
Sunita Williams First Interview: स्पेस से भारत को देखने का अनुभव, धरती पर लौटने का पहला अहसास... सुनीता विलियम्स की जुबानी अंतरिक्ष यात्रा की कहानी
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सुनीता विलियम्स ने स्पेस से लौटने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि हमें घर पहुंचाने के लिए मैं नासा, बोइंग, स्पेसएक्स और इस मिशन से जुड़े सभी लोगों का आभार जताना चाहूंगी. हमें धरती पर लौटे हुए लगभग दो हफ्ते हो गए हैं. अब हमसे पूछा जा रहा है कि हम क्या कर रहे हैं? तो बता दूं कि हम नई चुनौतियों के लिए तैयारी कर रहे हैं. नए मिशन की तैयारी कर रहे हैं. मैं कल ही तीन मील दौड़ी हूं तो अपनी पीठ तो थपथपा ही सकती हूं.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स ने नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद 18 मार्च को घर वापसी की थी. वह धरती पर लौटने के बाद सोमवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए और अंतरिक्ष में बिताए अपने नौ महीनों के अनुभवों को शेयर किया.
सुनीता विलियम्स ने स्पेस से लौटने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि हमें घर पहुंचाने के लिए मैं नासा, बोइंग, स्पेसएक्स और इस मिशन से जुड़े सभी लोगों का आभार जताना चाहूंगी. हमें धरती पर लौटे हुए लगभग दो हफ्ते हो गए हैं. अब हमसे पूछा जा रहा है कि हम क्या कर रहे हैं? तो बता दूं कि हम नई चुनौतियों के लिए तैयारी कर रहे हैं. नए मिशन की तैयारी कर रहे हैं. मैं कल ही तीन मील दौड़ी हूं तो अपनी पीठ तो थपथपा ही सकती हूं.
सुनीता विलियम्स ने कहा कि हम पहली बार नए स्पेसक्राफ्ट में थे. हम जिस मिशन के लिए स्पेस स्टेशन गए थे, हमारा पूरा फोकस उस मिशन को पूरा करने पर था. हमने कई तरह के स्पेस एक्सपेरिमेंट किए. कभी नहीं लगा कि हम अंतरिक्ष में फंस गए हैं. हमें तो ये भी नहीं था कि धरती पर क्या हो रहा है? एक तरह से हम दुनिया के ईद-गिर्द नहीं घूम रहे थे बल्कि दुनिया हमारे ईद-गिर्द घूम रही थी. स्पेस स्टेशन में लगातार रोटेशन फ्लाइट आ रही थी तो हमें तो पूरा यकीन था कि हम घर जरूर लौटेंगे.
विलियम्स ने बताया कि उन्होंने 18 मार्च को जब नौ महीने बाद पहली बार धरती पर कदम रखा. तो वह सबसे पहले अपने पति और पालतू कुत्तों को हग करना चाहती थीं. खाना ऐसी चीज है, जो घर की याद दिलाती है. मेरे पिता शाकाहारी थे तो मैंने घर पहुंचने पर सबसे पहले बढ़िया सा ग्रिल्ड चीज सैंडविच खाया.
अंतरिक्ष मे फंसे होने की वजह से मीडिया में चल रहे अलग-अलग तरह के नैरेटिव पर विलियम्स ने कहा कि यह एक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन प्रोग्राम था. हमें पता था कि चीजें गलत हो सकती है तो हम इसके लिए तैयार थे. बहुत सारे लोग प्रोग्राम पर नजर बनाए हुए थे. उन्हें पता था कि हमारी वापसी का सही वक्त कौन सा है. हम उसी फैसले का हम इंतजार कर रहे थे, जो बिल्कुल सही है.
उन्होंने अपने रिकवरी के बारे में बताते हुए कहा कि एक्सपर्ट्स हमारे रिहैबिलिटेशन पर पूरी तरह से फोकस हैं. धरती पर लौटने के बाद से ही हम एक्सपर्ट्स के बताए प्रोटोकॉल को फॉलो कर रहे हैं. हमारी रिकवरी धीरे-धीरे हो रही है.

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