Smile please... जब चांद पर घूम रहे प्रज्ञान रोवर ने विक्रम लैंडर की फोटो क्लिक की
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Chandrayaan-3 के रोवर प्रज्ञान ने अपने बड़े भाई विक्रम से कहा- भैया जी... स्माइल प्लीज! इसके बाद उसने अपने नेविगेशन कैमरे से विक्रम लैंडर की तस्वीर ली. जिसमें लैंडर मजबूती के साथ चांद की समतल सतह पर खड़ा है. इसमें उसके दो यंत्रों के बारे में भी बताया गया है. आप भी देखिए...
Pragyan Rover ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरे हुए Vikram Lander की पहली फोटो ली है. यह फोटो ISRO ने ट्वीट करके जारी की है. इसरो ने अपने ट्वीट में कहा है कि स्माइल प्लीज. आज सुबह प्रज्ञान रोवर ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली. यह तस्वीर रोवर ने ऑनबोर्ड नेविगेशन कैमरा (NavCam) से ली गई है.
चंद्रयान-3 मिशन के लिए नैवकैम को लेबोरेटरी फॉर इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम्स (LEOS) ने बनाया है. प्रज्ञान रोवर में एक तरफ ये दो नैवकैम लगे हैं. असल में रोवर का कुल वजन 26 kg है. यह तीन फीट लंबा, 2.5 फीट चौड़ा और 2.8 फीट ऊंचा है. छह पहियों पर चलता है.
500 मीटर यानी 1600 फीट तक चांद की सतह पर जा सकता है. स्पीड 1 सेंटीमीटर प्रति सेकेंड हैं. यह अगले 13 दिनों तक चांद की सतह पर तब तक काम करता रहेगा, जब तक इसे सूरज की रोशनी से ऊर्जा मिलती रहेगी. तब तक यह अपने कैमरों की मदद से चांद की सतह और विक्रम लैंडर की तस्वीर लेता रहेगा.
प्रज्ञान रोवर के अंदर क्या-क्या लगा है?
यहां दिखाई गई तस्वीर में अगर आप क्लॉकवाइज यानी घड़ी के घूमने की दिशा में चलें तो सबसे पहले दिख रहा है सोलर पैनल. यानी ये सूरज की गर्मी से ऊर्जा लेकर रोवर को देगा. उसके ठीक नीचे दिख रहा सोलर पैनल हिंज. यानी जो सोलर पैनल को रोवर से जोड़कर रखता है. इसके बाद है नेव कैमरा यानी नेविगेशन कैमरा. ये दो हैं. ये रास्ता देखने और चलने के लिए दिशा तय करने में मदद करते हैं.
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