LIVE: स्वाति मालीवाल केस में आज CM केजरीवाल के माता-पिता से पूछताछ करेगी दिल्ली पुलिस
AajTak
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के माता पिता से आज दिल्ली पुलिस पूछताछ करने वाली है. आम आदमी पार्टी (AAP) के सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल के माता-पिता ने पुलिस को पूछताछ के लिए 11.30 बजे का समय दिया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के माता पिता से आज दिल्ली पुलिस पूछताछ करने वाली है. आम आदमी पार्टी (AAP) के सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल के माता-पिता ने पुलिस को पूछताछ के लिए 11.30 बजे का समय दिया है. इसलिए दिल्ली पुलिस की एक टीम आज पूछताछ के लिए सीएम केजरीवाल के घर पहुंचेगी.
बता दें कि स्वाति मालीवाल से कथित मारपीट के मामले में ये पूछताछ होनी है. पूछताछ के पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि जिस समय ये घटना घटी सीएम केजरीवाल के माता-पिता घर पर ही मौजूद थे. दरअसल, पुलिस इस मामले में घर में मौजूद सभी लोगों के बयान दर्ज करना चाहती है.
सीएम केजरीवाल ने एक दिन पहले ही दावा कर दिया था कि दिल्ली पुलिस अब उनके माता-पिता से पूछताछ करेगी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट लिखते हुए उन्होंने कहा था,'दिल्ली पुलिस मेरे बूढ़े और बीमार माता-पिता से पूछताछ करने आएगी.'
बहस के बाद मारपीट करने का आरोप
सूत्रों के मुताबिक स्वाति मालीवाल ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए अपने बयान में बताया है कि जब वो 13 मई को सीएम हाउस गई थीं, तब अरविंद केजरीवाल के माता और पिता और सुनीता केजरीवाल ब्रेकफास्ट कर रहे थे. स्वाति ने तीनों को मॉर्निंग विश किया था और फिर डायनिंग हाल में आ गई थीं, जहां बहस के बाद उनके साथ मारपीट की गई. बता दें कि AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में सीएम केजरीवाल के पीए विभव कुमार फिलहाल 5 दिनों की पुलिस हिरासत में हैं.
मामले की निष्पक्ष जांच हो: केजरीवाल
लगभग 37 लाख की आबादी वाले मणिपुर के इतिहास में कई घटनाएं हुई हैं. लेकिन पिछले 1 साल में मणिपुर में जो हुआ, इसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की होगी. अदालत के एक आदेश के बाद 3 मई 2023 को मणिपुर की घाटी और पहाड़ों में रहने वाले 2 समुदायों के बीच ऐसी जंग छिड़ गई थी, जिसका अभी तक अंत नहीं हो सका है. इंफाल समेत पूरी घाटी में रहने वाले मैतेई बहुल इलाकों और घाटी के चारों तरफ पहाड़ों पर रहने वाले कुकी आदिवासी बहुल इलाकों के बीच एक अनकही खाई बन गई है.
डीजीपी ने कहा, 'जब आप किसी खतरे या चुनौती के बारे में बात करते हैं तो आप देखते हैं कि यह कितना गंभीर या बड़ा है. चुनौतियां सीमा पार से आ रही हैं और टेरर हैंडलर्स ने तय किया है कि वे इस तरह की आतंकी गतिविधियां को जारी रखेंगे. वे देख रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दिन अब गिनती के रह गए हैं क्योंकि घाटी में आतंकी ढांचे को बड़ा झटका लगा है.'