
LIC की नई ‘बीमा ज्योति पॉलिसी’, जानें क्या है रिटर्न बेनेफिट समेत पूरी जानकारी
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भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने नई ’बीमा ज्योति प्लस’ पॉलिसी पेश की है. इस पॉलिसी में कंपनी ने मृत्यु पर बीमा लाभ के साथ-साथ मैच्योरिटी पर गारंटीड टैक्स फ्री रिटर्न की पेशकश की है. जानें इस पॉलिसी से जुड़ी पूरी जानकारी...
LIC की इस पॉलिसी को 15 से 20 वर्ष की अवधि के लिए लिया जा सकता है. लेकिन प्रीमियम भुगतान की अवधि को पॉलसी अवधि से 5 साल कम रखा गया है. उदाहरण के लिए यदि कोई व्यक्ति 17 साल की अवधि के लिए पॉलिसी खरीदता है तो उसे 12 वर्ष तक ही प्रीमियम का भुगतान करना होगा. (Photo:File) एलआईसी की ये पॉलिसी तीन महीने यानी 90 दिन के बच्चे से लेकर 60 वर्ष की उम्र के व्यक्ति तक के लिए ली जा सकती है. जबकि पॉलिसी के मैच्योर होने की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतक उम्र 75 वर्ष है. (Photo:File) इस पॉलिसी पर कंपनी की ओर से लोन की सुविधा दी गई है. यदि बीमा धारक को पॉलिसी अवधि के बीच में लोन की जरूरत पड़ती है तो वह बीमित राशि के बदले ऋण उठा सकता है. (Photo:File)
Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









