IIT-BHU केस के तीनों आरोपियों को BJP ने किया निष्कासित, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
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आईआईटी बीएचयू में करीब दो महीने पहले हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था. जहां से तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इसके साथ ही तीनों आरोपियों को बीजेपी ने भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
IIT-BHU में करीब 2 महीने पहले हुए गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों का संबंध बीजेपी से होने और विपक्षियों के हमले के बाद पार्टी एक्शन मोड पर आ गई है. बीजेपी ने तीनों आरोपियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. हालांकि बीजेपी ने ये जाहिर नहीं किया कि तीनों आरोपी पार्टी में किस विंग और किस पोस्ट पर थे? लेकिन इतना जरूर बताया है कि तीनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. तीनों आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था. जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
वाराणसी बीजेपी जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि निश्चित रूप से नाम आया है, तो जांच पड़ताल करके पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा. पल्ला झाड़ने के सवाल पर बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कहा कि पल्ला झाड़ने की बात नहीं है. इसके बाद उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि आरोपियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. बाकी पार्टी के निर्देश के अनुसार कारवाई होगी.
आईआईटी बीएचयू कैंपस में छात्रा से यौन उत्पीड़न के आरोप में तीनों आरोपियों को पुलिस ने 60 दिन बाद दबोचा है. सभी आरोपी वाराणसी के ही रहने वाले हैं. इसके साथ ही पुलिस ने उस बुलेट को भी बरामद कर लिया है, जिसका इस वारदात में इस्तेमाल किया गया था. आरोपियों के नाम कुणाल पांडेय, अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल हैं.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
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महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.