Gullak Season 3 Review: कहानी नहीं किस्से हैं ये... फिर पुरानी यादों में खो जाएंगे आप
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Gullak Season 3 Review: किस्सों वाली गुल्लक फिर आपके द्वार आई है. तीसरी किश्त है. किरदार वहीं पुराने वाले हैं, बस किस्से नए हैं. आइए किस्सों की इस नई गुल्लक को फोड़ते हैं...
कहानी नहीं किस्से हैं ये.... जिसने भी गुल्लक देखी है, पहला सीजन देखा हो या फिर दूसरा, ये लाइन हर बार सुनी होगी. ये एक लाइन ही इस सीरीज की सबसे बड़ी ताकत है. ये एक लाइन एहसास करा जाती है कि गुल्लक देखने का मतलब कोई सीरीज या फिल्म नहीं, बल्कि आपकी अपनी जिंदगी का ही कोई किस्सा है. अब फिर एक और गुल्लक किस्सों से भर गई है. वहीं किस्से जो आपने, हमने, सभी ने कभी ना कभी अपनी जिंदगी में देखे हैं. आइए किस्सों की इस नई गुल्लक को फोड़ते हैं.....
किस्से मिडिल क्लास वाले
भोपाल का मिश्रा परिवार अभी भी मिडिल क्लास वाली जिंदगी जी रहा है. आज भी वो छोटी-छोटी बातों पर झगड़ रहा है, छोटी खुशियों में जश्न मना रहा है और टिपिकल मिडिक क्लास वाली हरकते कर रहा है. हां एक बड़ा फर्क आ गया है इस बार, अब मिश्रा परिवार में कमाने वाले दो हो गए हैं. पहले सीजन में नकारा तो दूसरे में चापलूसी करने वाला अन्नू मिश्रा (वैभव राज गुप्ता) अब लायक हो गया है. वहीं अन्नू का छोटा भाई और दसवीं में टॉप करने वाला अमन मिश्रा (हर्ष मायर) उस दुविधा में फंसा पड़ा है जिससे हर बच्चा गुजरता है- 11वीं में कौन सी स्ट्रीम लेनी है. आखिर में रह गईं इन बच्चों को और संतोष मिश्रा को संभालने वालीं शांति मिश्रा (गीतांजलि कुलकर्णी) जो अभी भी ज्यादा वक्त किचन में गुजारती हैं और अपने तानों के दम पर पूरे घर पर राज करती हैं.
गुल्लक के तीसरे सीजन में कई मुद्दे उठाए गए हैं. नौकरी लगने की खुशी तो छूटने पर परिवर्तन का दौर, पैसा बड़ा या फिर खुशी, घर के बड़े फैसलों में महिला भागीदारी. पांच एपिसोड की इस मिनी सीरीज में इन्हीं मुद्दों के इर्द-गिर्द किस्सों को बताया गया है.
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