
'FIR किया तो हमने सरेंडर कर दिया, अब जेल जा रहे हैं...', पुलिस वैन में बैठते हुए बोले अनंत सिंह
AajTak
अनंत सिंह के सरेंडर के बाद आज तक ने उनसे बात की. अनंत सिंह से पूछा गया कि आपको अदालत ने जेल भेज दिया है तो इस पर पूर्व विधायक ने कहा कि वह हमेशा से नियमों का पालन करते आए हैं. क्योंकि नियम किसी व्यक्ति विशेष के न होकर सरकार के होते हैं और नियमों का पालन करना ही होता है.
बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. मोकामा गैंगवार और फायरिंग मामले को लेकर अनंत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद उन्होंने आज (24 जनवरी) पटना के बाढ़ में अदालत के सामने सरेंडर कर दिया. इस मामले में उनके प्रतिद्वंद्वी और गैंगस्टर सोनू ने आज सुबह ही पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था.
अनंत सिंह के सरेंडर के बाद आज तक ने उनसे बात की. अनंत सिंह से पूछा गया कि आपको अदालत ने जेल भेज दिया है तो इस पर पूर्व विधायक ने जेल जाने के लिए पुलिस वैन में बैठते हुए कहा कि वह हमेशा से नियमों का पालन करते आए हैं. क्योंकि नियम किसी व्यक्ति विशेष के न होकर सरकार के होते हैं और नियमों का पालन करना ही होता है.
सभी नियमों का करते हैं पालन
सरेंडर और जेल भेजे जाने को लेकर अनंत सिंह ने कहा,'हम पर FIR की गई थी इसलिए हमने सरेंडर कर दिया. अब जेल जा रहे हैं. जो नियम है, हम उन सभी नियमों का पालन करते हैं. अदालत ने जेल भेजा है इसलिए अब जेल जा रहे हैं.'
मामले में तीन FIR की गई थी दर्ज
बता दें कि बिहार के मोकामा में 22 जनवरी को अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच 70 से 80 राउंड गोलियां चलीं थीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बचे थे. वारदात के दौरान अनंत सिंह के एक समर्थक को गोली लग गई थी. इस मामले में पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू मोनू को नामजद करते हुए कुल तीन FIR दर्ज की थीं.

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में कर्ज चुकाने के लिए किडनी बेचने का दावा करने वाले किसान रोशन कुदे की मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि उसके पास केवल एक किडनी है. मामले में छह साहूकार गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस मानव अंग तस्करी और अवैध कर्ज वसूली के एंगल से जांच कर रही है. दावे के मुताबिक इस किसान ने साहूकारों से 50 हजार का कर्ज लिया था जो ब्याज के साथ बढ़कर 74 लाख रुपये तक पहुंच गया.

सुप्रीम कोर्ट ने बोतलबंद पानी की गुणवत्ता से जुड़ी जनहित याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि देश में पीने के पानी की उपलब्धता प्राथमिकता है और बोतलबंद पानी के मानकों पर विचार करने के लिए सक्षम प्राधिकरण मौजूद है। याचिका में बोतलबंद पानी के पुराने मानकों और प्लास्टिक से रिसने वाले रसायनों के स्वास्थ्य प्रभावों को लेकर चिंता जताई गई थी। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संबंधित प्राधिकरण के समक्ष अपनी बात रखने की सलाह दी।

रायपुर की सड़कों पर बिजली के खंभे, पेड़ और ट्रैफिक सिग्नल तक बैनरों से भर गए हैं, जो ड्राइवरों के लिए खतरा भी बन रहे हैं. नगर निगम ने अवैध फ्लेक्स हटाने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई तेज कर दी है. पर्यावरण कार्यकर्ता बताते हैं कि ये प्लास्टिक बैनर प्रदूषण बढ़ाते हैं और पेड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. मौसम खराब होने पर ये बैनर गिरकर सड़क जाम और दुर्घटना का कारण बनते हैं.

राजधानी में प्रदूषण और उत्तर भारत में कोहरे का कहर... PUCC से जुड़े फैसले पर क्या बोले दिल्ली के लोग
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और GRAP-4 के चलते 18 दिसंबर से बिना वैध PUC पेट्रोल-डीजल पर रोक लगी. बॉर्डर पर सख्ती बढ़ी, कोहरे से यातायात और खेल गतिविधियां भी प्रभावित हुईं.









