
DMK के कार्यक्रम में बिरयानी खाकर बिगड़ी 100 से अधिक लोगों की तबीयत, होने लगीं उल्टियां
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बिरयानी खाने के कुछ ही देर बाद कुछ लोगों में उल्टी और जी मिचलाने के लक्षण दिखे. उन्हें विल्लूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. देखते-देखते यह संख्या बढ़ गई और करीब 100 लोगों को उल्टी और जी मिचलाने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
तमिलनाडु में सत्ताधारी दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) द्वारा शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बिरयानी खाने के बाद 40 बच्चों सहित 100 से अधिक लोग बीमार पड़ गए. यह घटना तब हुई जब पार्टी कार्यकर्ताओं ने सदस्यों के लिए एक आम बैठक आयोजित की और उसमें आए लोगों को रोजमर्रा के सामान वितरित किए. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बिरयानी परोसी गई, कुछ लोग इसे घर ले गए और अपने परिवार को भी खिलाया.
बिरयानी खाने के कुछ ही देर बाद कुछ लोगों में उल्टी और जी मिचलाने के लक्षण दिखे. उन्हें विल्लूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. देखते-देखते यह संख्या बढ़ गई और करीब 100 लोगों को उल्टी और जी मिचलाने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इन सभी को विरुधुनगर और कल्लिकुडी में स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने के लिए 10 एम्बुलेंस बुलाई गईं, जहां वे वर्तमान में उपचार प्राप्त कर रहे हैं. अस्पताल सूत्रों की मानें तो मरीजों ने बासी खाना खा लिया था, जिससे उन्हें फूड पॉइजनिंग हुई. तिरुमंगलम पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आगे की पूछताछ जारी है.
दुमका में मिड-डे मील खाकर बीमार पड़े 40 बच्चे
झारखंड में भी एक दिन पहले मिड डे मील खाने के बाद 40 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए थे. मामला दुमका जिले के मसलिया प्रखंड के मोहनपुर गांव स्थित प्लस टू हाई स्कूल का है. उन्हें तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाया गया. चिकित्सकों के द्वारा इलाज के बाद बच्चों तबीयत में सुधार हुई और उन्हें वापस घर भेज दिया गया है. खाना खाने के बाद कुछ बच्चों का जी मचलने लगा तो कुछ को उल्टी होने लगी, कुछ बच्चों ने पेट दर्द और गले में दर्द की शिकायत की.
घटना की सूचना पाकर दुमका के सिविल सर्जन डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह अस्पताल पहुंचे और बच्चों की सेहत की जानकारी ली. पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी भी मसलिया सीएचसी पहुंचीं और बच्चों के अभिभावकों से बात की. इस घटना को लेकर दुमका के जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार हेंब्रम ने बताया कि एक जांच टीम गठित कर पूरे प्रकरण की जांच करायी जाएगी. दोषी पाए गए शिक्षकों व रसोइया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि मिड डे मील में कोई विशाक्त चीज होने से बच्चों की तबीयत बिगड़ी.

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