
CRPF अपने नए डीजी जीपी सिंह को खुद देना चाहती है VIP सुरक्षा, गृह मंत्रालय से मांगी अनुमति
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असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह को केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ का नया डीजी नियुक्त किया है. इसके बाद सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से उनकी सुरक्षा ट्रांसफर किए जाने की अनुमति मांगी है. अभी जीपी सिंह को केंद्र सरकार की तरफ से जेड सिक्योरिटी कवर मिली हुई है और सीआईएसएफ की वीआईपी सिक्योरिटी कवर उन्हें दी गई है. अब सीआरपीएफ अपने नए डीजी को खुद वीआईपी सुरक्षा कवर देना चाहती है.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने गृह मंत्रालय से अपने नए महानिदेशक (डीजी) जीपी सिंह की वीआईपी सुरक्षा कवर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से सीआरपीएफ में ट्रांसफर करने की अनुमति मांगी है. यह जानकारी रविवार को आधिकारिक सूत्रों ने दी हैं.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्रालय ने 19 जनवरी को जीपी सिंह को सीआरपीएफ के नए डीजी के रूप में नियुक्त किया था और वह इस सप्ताह अपना कार्यभार संभाल सकते हैं. जीपी सिंह 1991 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं और वर्तमान में असम के पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं.
सिक्योरिटी कवर ट्रांसफर करने की मांग
सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से अनुरोध किया है कि उसके नए डीजी का सुरक्षा कवर सीआईएसएफ से ट्रांसफर कर उसके वीआईपी और उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की सुरक्षा शाखा को सौंपा जाए.
जीपी सिंह, पहले एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) में सेवा दे चुके हैं. उन्हें पूर्वोत्तर राज्यों और जम्मू-कश्मीर में सीआईएसएफ का जेड श्रेणी का सशस्त्र सुरक्षा कवर प्राप्त है. देश के अन्य हिस्सों में उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
उन्हें यह सुरक्षा कवर कुछ साल पहले संभावित खतरों को देखते हुए दी गई थी. उनके असम पुलिस में कार्यकाल और एनआईए में काम करने को लेकर उन्हें राष्ट्र विरोधी तत्वों से खतरा होने की आशंका थी. बता दें कि सीआईएसएफ के पास भी एक वीआईपी सुरक्षा यूनिट है. सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से आग्रह किया है कि नए डीजी की सुरक्षा की जिम्मेदारी उसकी वीआईपी सुरक्षा शाखा को दी जाए.

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