Corona: मुंबई में मिला वैरिएंट XE है या नहीं, BMC और स्वास्थ्य मंत्रालय के अलग-अलग दावे, फिर होगी जांच
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बीएमसी के अनुसार कोरोना के नए वैरिएंट XE और कप्पा के एक-एक केस मुंबई में मिले हैं. देश में यह XE वैरिएंट मिलने का पहला मामला लेकिन केंद्रयी स्वास्ध्य मंत्रालय ने इसका खंडन किया है.
मुंबई में कोरोना वायरस के XE वैरिएंट की पुष्टि के कुछ घंटे बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का खंडन कर दिया. मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्रीय अनुसंधान निकाय INSACOG के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि मामले की फिर से जांच करनी होगी. INSACOG के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इस मामले की फिर से पुष्टि करने और यह पता लागने की जरूरत है कि क्या सैंपल recombinant variant से संक्रमित है. सूत्रों ने बताया कि हम कई एक्सपोजर की जांच के लिए फिर से जीनोम सीक्वेंसिंग कराएंगे.
NIBMG ने पुष्टि के लिए मांगा डेटा
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन में contaminants होते हैं इसलिए INSACOG ने हमसे जीनोम सीक्वेंसिंग का डेटा मांगा है ताकि उसे NIBMG (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स) को भेज दिया है ताकि XE वैरिएंट के होने की पुष्टि की जा सके.
विदेश महिला ठीक होकर घर भी लौट गई
डॉ. शशांक जोशी का कहना है कि मुंबई में नए वैरिएंट के मिलने पर घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि जो विदेशी महिला इस वैरिएंट से संक्रमित पाई गई थी वह पिछले महीने ही पूरी तरह से ठीक होकर अपने देश लौट गई है. उन्होंने बताया कि सैंपलों की कस्तूरबा लैब में डॉ. जयंती शास्त्री द्वारा जीनो सीक्वेंसिंग करवाई गई थी. लैब ने इस बात की पुष्टि की है कि महिला में ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है.
दोनों डोज लगवा चुकी है संक्रमित महिला
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