Bihar: सिवान में 3 लोगों की संदेहास्पद स्थिति में मौत, जहरीली शराब पीने की आशंका
AajTak
Bihar News: पुलिस को जानकारी मिली तब तक परिजनों ने मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया था. वहीं, मृतकों के परिवारवाले इस जहरीली शराब के सेवन की पुष्टि नहीं कर रहे हैं.
बिहार में सिवान जिले के हरदिया गांव में संदिग्ध हालत में 3 लोगों की कथित मौत का मामला सामने आया है. आशंका जताई जा रही है कि इन तीनों लोगों की मौत कथित रूप से जहरीली शराब पीने से हुई है. इस मामले में 19 अन्य लोग अभी अस्पताल में भर्ती है जहां उनका इलाज चल रहा है. हालांकि, प्रशासन तीनों लोगों की मौत की वजह जल्दी शराब का सेवन होने की पुष्टि नहीं कर रहा है.
दरअसल, मंगलवार को जिले के हरदिया गांव में एक साथ तीन लोगों की तबीयत खराब हुई थी. तीनों व्यक्तियों को शरीर में दर्द, पेट दर्द और उल्टी की शिकायत थी, जिसके बाद 2 लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसी दिन रात में उनकी मौत हो गई. वहीं, तीसरे को बुधवार को अस्पताल ले जाया गया मगर रास्ते में उसकी मौत हो गई. हालांकि, मृतकों के परिवार वालों ने मौत के पीछे की वजह के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. पुलिस ने तीनों मृतकों की पहचान संदेश राम (65), दरोगा राम (58) और राजेश राम (51) के तौर पर की है. पुलिस ने बताया कि जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं, वो भी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि उन लोगों ने जहरीली शराब पी थी या नहीं.
इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को तब मिली, जब मृतकों के परिवार वालों ने सभी का अंतिम संस्कार कर दिया था. पुलिस ने कहा कि तीनों मृतकों के परिवार वालों ने पोस्टमार्टम कराने से पहले ही सभी का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे इस बात की पुष्टि करना संभव नहीं है कि तीनों ने जहरीली शराब का सेवन किया था.
राजधानी दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर (Akshardham temple) के पास चार्टर्ड अकाउंटेंट के दौ कर्मचारियों से 50 लाख रुपये की लूट हुई है. यह घटना जिस इलाके में हुई, वहां काफी भीड़भाड़ रहती है. लुटेरे दो बाइक पर सवार होकर पहुंचे थे. हाथापाई के दौरान एक लुटेरा गिर गया और बाकी तीन कैश लेकर भाग गए. एक आरोपी को लोगों ने पकड़कर पुलिस को हवाले कर दिया है.
2014 में बीजेपी की पांच राज्यों और NDA की छह राज्यों में सरकार थी. तब देश की 19.5 प्रतिशत आबादी पर बीजेपी की सरकार और 22 फीसदी आबादी पर NDA की सरकार का राज था. 2019 में बीजेपी 12 राज्यों में सरकार रही तो एनडीए की 18 राज्यों में 41 फीसदी आबादी वाले राज्यों में बीजेपी का शासन और 54 फीसदी आबादी से जुड़े राज्य में NDA का शासन रहा.