80 फीसदी भारतीयों का PM मोदी को लेकर सकारात्मक सोच: सर्वे
AajTak
मंगलवार को जारी सर्वेक्षण के परिणाम के अनुसार, प्रत्येक 10 में से लगभग आठ भारतीय मोदी के बारे में अनुकूल विचार रखते हैं, जिनमें से अधिकतर (55 प्रतिशत) का दृष्टिकोण ‘बहुत अनुकूल’ है. प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदी का दूसरा कार्यकाल है और वह 2024 में भी सरकार बनाने का विश्वास जता रहे हैं.
एक सर्वेक्षण के अनुसार करीब 80 प्रतिशत भारतीयों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर अनुकूल राय है और 10 में से लगभग सात भारतीय मानते हैं कि उनका देश हाल के समय में अधिक प्रभावशाली हो गया है. पीयू रिसर्च सेंटर ने ये सर्वेक्षण किया है.
जी20 शिखर सम्मेलन से पहले जारी सर्वेक्षण की रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरी दुनिया में भारत के बारे में लोगों की राय आमतौर पर सकारात्मक थी और औसतन 46 प्रतिशत लोगों ने देश के बारे में अनुकूल राय व्यक्त की, वहीं 34 प्रतिशत के विचार प्रतिकूल थे. 16 प्रतिशत लोगों ने कोई राय ही नहीं रखी.
रिपोर्ट के अनुसार इजराइल में भारत को लेकर ज्यादातर सकारात्मक राय है, जहां 71 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनकी राय भारत को लेकर अच्छी है.
पीयू के मुताबिक, यह सर्वेक्षण 20 फरवरी से 22 मई तक किया गया जिसमें भारत समेत 24 देशों के 30,861 वयस्क प्रतिभागी शामिल हुए. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर वैश्विक राय और दूसरे देशों के बारे में भारतीयों की राय परखी गयी.
मंगलवार को जारी सर्वेक्षण के परिणाम के अनुसार, प्रत्येक 10 में से लगभग आठ भारतीय मोदी के बारे में अनुकूल विचार रखते हैं, जिनमें से अधिकतर (55 प्रतिशत) का दृष्टिकोण ‘बहुत अनुकूल’ है. प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदी का दूसरा कार्यकाल है और वह 2024 में भी सरकार बनाने का विश्वास जता रहे हैं. पीयू सर्वेक्षण में पाया गया कि केवल 20 प्रतिशत भारतीयों ने 2023 में मोदी के बारे में प्रतिकूल राय व्यक्त की.
इसमें कहा गया, 'भारतीय वयस्कों को यह विश्वास होने की अधिक संभावना है कि भारत की शक्ति बढ़ रही है. दस में से लगभग सात भारतीयों का मानना है कि उनका देश हाल ही में अधिक प्रभावशाली हो गया है. जबकि 2022 में 19 देशों में किए गए पिछले सर्वेक्षण में औसतन केवल 28 प्रतिशत लोगों ने यह बात कही थी.'
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.