
4 लाख से कम कीमत में सेवन सीटर गाड़ी, बड़ी फैमिली के लिए ये 5 बड़ी कार
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फैमिली बड़ी है और बजट कम है, यानी कम बजट में बड़ी कार खरीदना चाहते हैं तो बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं. आज हम आपको 5 ऐसी 7 सीटर कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सस्ती है और बेहतरीन भी.
फैमिली बड़ी है और बजट कम है, यानी कम बजट में बड़ी कार खरीदना चाहते हैं तो बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं. आज हम आपको 5 ऐसी 7 सीटर कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सस्ती है और बेहतरीन भी. सेवन सीटर कार शुरुआती कीमत 4 लाख रुपये से भी कम है. (Photo: File) Maruti Suzuki Eeco भारत में सबसे ज्यादा मारुति की कारें बिकती हैं. मारुति सुजुकी की 7 सीटर इको (Eeco) की खूब डिमांड है. Maruti Suzuki Eeco की शुरुआती कीमत 3,97,800 रुपये (दिल्ली एक्स शोरूम) है. यानी 4 लाख से कम कीमत पर यह कार उपलब्ध है. इको में 1196cc का 4 सिलेंडर वाला पेट्रोल इंजन है जो कि 6000 Rpm पर 72.41 Hp की पावर और 3000 Rpm पर 101 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. मारुति सुजुकी इको पेट्रोल में 16.11 Km प्रति लीटर का माइलेज दे सकती है और वहीं मारुति सुजुकी इको सीएनजी में 21.94 Km प्रति किलो का माइलेज दे सकती है. Datsun Go Plus सबसे सस्ती सेवन सीटर काम में दूसरा नाम Datsun Go Plus का आता है. जिसकी शुरुआती कीमत 4.20 लाख रुपये है. यानी एक मध्यमवर्गीय बड़े परिवार के लिए यह कार सबसे सस्ती है. लुक इसका भी बेहद शानदार है. Datsun Go Plus में 1198cc में 3 सिलेंडर SOHC पेट्रोल इंजन दिया गया है. जो 5000 Rpm पर 67 Hp की पावर और 4000 Rpm पर 104 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है.
Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









