200 करोड़ की ठगी करने वाले सुकेश को 14 दिन की रिमांड, कोर्ट ने पुलिस को लताड़ा
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कोर्ट ने सुकेश के खिलाफ MCOCA लगाने को गलत बता दिया है. तर्क दिया गया है कि मकोका लगाने के लिए 2 से ज्यादा चार्जशीट का संज्ञान लेना जरूरी रहता है. वहीं ये भी स्पष्ट होना चाहिए आरोपी खुद किसी सिंडिकेट का हिस्सा है या फिर वो इसे अपने दम पर चला रहा है. कोर्ट ने कहा है कि उन्हें इस केस में पुलिस के तर्क समझ से परे लग रहे हैं.
जेल में बैठ 200 करोड़ की ठगी करने वाले सुकेश चंद्रशेखर को शनिवार को पटियाला कोर्ट में पेश किया गया है. पुलिस ने मांग की है कि उन्हें आने वाले दिनो ंमें सुकेश से और ज्यादा पूछताछ करनी है. ऐसे में उसकी 30 दिन की पुलिस कस्टडी उन्हें दे दी जाए. लेकिन पटियाला कोर्ट ने इस पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने सुकेश को 14 दिन की रिमांड जरूर दी है, लेकिन इस जांच पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.