
2 बार जीती कैंसर से जंग, स्ट्रोक ने फिर बिगाड़ी हालत, वेंटिलेटर पर है ये एक्ट्रेस
AajTak
एक्ट्रेस एंड्रिला शर्मा को स्ट्रोक आया है, उनके दिमाग में ब्लड क्लॉट्स जमा हो गए हैं. एंड्रिला शर्मा की तबीयत बिगड़ने की खबर बीते दिन सामने आई. एंड्रिला की हालत के बारे में जानकर उनके तमाम चाहने वाले परेशान हैं और एक्ट्रेस के जल्द से जल्द सेहतमंद होने की दुआएं मांग रहे हैं.
Aindrila Sharma on Ventilator: भारी मन से बताना पड़ रहा है कि फेमस एक्ट्रेस एंड्रिला शर्मा (Aindrila Sharma) की हालत नाजुक है. वे हॉस्पिटल में भर्ती हैं. एंड्रिला शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और अब उनकी हालात गंभीर बताई जा रही है.
वेंटिलेटर पर हैं एक्ट्रेस
आपको जानकर हैरानी होगी कि एंड्रिला शर्मा 2 बार कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जंग जीत चुकी हैं. अब अचानक से उनकी हालत एक बार फिर बिगड़ गई. TOI को हॉस्पिटल के सूत्रों ने बताया है कि एंड्रिला को स्ट्रोक आया है, उनके दिमाग में ब्लड क्लॉट्स जमा हो गए हैं. एक्ट्रेस इस समय वेंटिलेटर पर हैं. उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. वे हावड़ा के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
शॉकिंग बात ये है कि एक्ट्रेस अभी अपने मिड 20s में हैं. एंड्रिला शर्मा की तबीयत बिगड़ने की खबर बीते दिन सामने आई. एक्ट्रेस की हालत के बारे में जानकर उनके तमाम चाहने वाले परेशान हैं और एक्ट्रेस के जल्द से जल्द सेहतमंद होने की दुआएं मांग रहे हैं.
दो बार कैंसर से जंग लड़ चुकी हैं एक्ट्रेस

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










