1984 सिख विरोधी दंगा: सज्जन कुमार को फिर झटका, एक नए केस में 14 दिन की न्यायिक हिरासत
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1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में सज्जन कुमार को बुधवार को बड़ा झटका लगा, जब एसआईटी ने रोहिणी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और नए मामले में सज्जन कुमार के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी.
कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को बड़ा झटका लगा है. एसआईटी ने 1984 सिख विरोधी दंगे मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे सज्जन कुमार के खिलाफ दंगों के दौरान दो सिखों की कथित हत्या के लिए एक और मामला फिर से खोल दिया है. 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में सज्जन कुमार को बुधवार को तब एक और बड़ा झटका लगा, जब एसआईटी ने रोहिणी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और नए मामले में सज्जन के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी. रोहिणी कोर्ट ने एसआईटी द्वारा फिर से खोले गए एक नए केस में सज्जन कुमार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत का आदेश दे दिया है. एसआईटी जेल परिसर के भीतर ही सज्जन कुमार से नए मामले में पूछताछ कर सकेगी. मामले की अगली सुनवाई की अगली 21 अप्रैल को है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.