
क्या Signal सेफ है? बातचीत में कंपनी की COO बोलीं- आपकी प्राइवेसी हमारी प्राथमिकता
AajTak
पिछले कुछ दिनों में बडे़ पैमाने पर लोग व्हाट्सऐप को छोड़कर Signal प्लेटफॉर्म से जुड़ रहे हैं. लेकिन क्या गारंटी है कि आने वाले दिनों में सिग्नल में भी व्हाट्सऐप की तरह प्राइवेसी का उल्लघंन नहीं होगा.
पिछले कुछ दिनों में बडे़ पैमाने पर लोग व्हाट्सऐप को छोड़कर Signal प्लेटफॉर्म से जुड़ रहे हैं. लेकिन क्या गारंटी है कि आने वाले दिनों में सिग्नल में भी व्हाट्सऐप की तरह प्राइवेसी का उल्लघंन नहीं होगा. दरअसल, नई व्हाट्सऐप पॉलिसी को लेकर यूजर्स में नाराजगी है और इसी का फायदा सिग्नल को मिल रहा है. लाखों लोग सिग्नल ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं. यहीं नहीं, व्हाट्सऐप को पीछे छोड़ते हुए सिग्नल डाउनलोडेड ऐप्स के चार्ट में ऊपर पहुंच गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या Signal को यूज करना सेफ है? मीडिया रिपोर्ट्स में सिग्नल को दुनिया के सबसे सिक्योर ऐप में से एक माना जाता है. क्योंकि इस ऐप में यूजर डेटा को शेयर नहीं किया जाता और सिग्नल ऐप यूजर्स से पर्सनल डेटा भी नहीं मांगता है.
स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ने वाली हैं. इस वजह से लोग महंगे फोन सस्ती कीमत पर पाने के लिए सेकंड हैंड मार्केट की तरफ जाएंगे. वैसे भी भारत में कई स्मार्टफोन्स नए से ज्यादा सेकेंड हैंड ही मिलते हैं. लेकिन सेकेंड हैंड फोन मार्केट ट्रिकी भी है, इसलिए अगर आप यूज्ड फोन खरीदने का मन बना रहे हैं तो इन टिप्स पर जरूर गौर करें.

Delhi EV Policy Draft: इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के ड्राफ्ट के अनुसार, जो लोग अपने पेट्रोल टू-व्हीलर को इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में बदलेंगे, उन्हें 35,000 से 40,000 रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है. इससे मिडिल क्लास को बड़ी राहत की उम्मीद है, क्योंकि एक बड़ा वर्ग इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की खरीदारी करता है.











