
हुक्का बार बैन, 21 साल से छोटे को सिगरेट नहीं, नियम तोड़ने पर 3 साल तक सजा... इस राज्य में सख्त हुआ कानून
AajTak
कर्नाटक सरकार ने सिगरेट और तंबाकू की बिक्री से जुड़े कानून को संशोधित कर दिया है. इसके बाद सार्वजनिक जगहों पर तंबाकू उत्पादों के सेवन पर पूरी तरह से रोक लग गई है. इसके साथ ही हुक्का बार को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.
कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने राज्य में हुक्का बार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही तंबाकू उत्पाद खरीदने की कानूनी उम्र को भी बढ़ा दिया है.
कर्नाटक विधानसभा में बुधवार को COTPA एक्ट यानी सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट को संशोधित कर दिया है. संशोधित बिल विधानसभा से पास हो गया है. संशोधित कानून में नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है.
इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. नोटिफिकेशन में बताया गया है कि लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और तंबाकू से जुड़ी बीमारियों को रोकने के लिए इस कानून में संशोधन किया गया है.
अब क्या-क्या बदल जाएगा?
- हुक्का बार बंदः इस बिल के पास होने के बाद अब राज्य में हुक्का बार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा. हुक्का बार खोलने या चलाने पर रोक रहेगी.
- पब्लिक प्लेस में स्मोकिंग नहींः अब राज्य में पब्लिक प्लेस पर तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. सार्वजनिक जगहों पर स्मोकिंग पर भी रोक रहेगी.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









