
हिजबुल्लाह से हमास तक बंकर बस्टर का कहर... इजरायल-अमेरिका की पिनपॉइंट स्ट्राइक, गहरे ठिकानों तक तबाही की कहानी
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अमेरिका ने आखिरकार वह कदम उठा लिया जिसकी मांग इजरायल लंबे वक्त से करता आ रहा था. आज सुबह ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बमों की बारिश की. अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान में मौजूद तीन प्रमुख परमाणु स्थलों को निशाना बनाते हुए GBU-57 बमों का इस्तेमाल किया. यह वही GBU-57 है जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक गैर-परमाणु बम माना जाता है. इसे बंकर बस्टर बम भी कहा जाता है.
अमेरिका ने आखिरकार वह कदम उठा लिया जिसकी मांग इजरायल लंबे वक्त से करता आ रहा था. आज सुबह ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बमों की बारिश की. अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान में मौजूद तीन प्रमुख परमाणु स्थलों को निशाना बनाते हुए GBU-57 बमों का इस्तेमाल किया. यह वही GBU-57 है जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक गैर-परमाणु बम माना जाता है. इसे बंकर बस्टर बम भी कहा जाता है.
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऑपरेशन को पूरी तरह सफल बताया, लेकिन ईरानी अधिकारियों का दावा है कि फोर्डो को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा क्योंकि इसे हमले से पहले ही खाली कर दिया गया था. ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि क्या वाकई ये हमले ईरान के परमाणु इरादों पर विराम लगा पाएंगे?
पिछले तीन सालों में बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल कई बार हो चुका है और हर बार इनका मकसद था दुश्मन के गहरे और सुरक्षित ठिकानों को खत्म करना.
सितंबर 2024, बेरूत:
इजरायली वायुसेना ने हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को निशाना बनाते हुए बेरूत में 80 से अधिक GBU-72 और MK-84 बंकर बस्टर बम गिराए. इन बमों ने 30-60 फीट नीचे छिपे ठिकानों को भी तहस-नहस कर दिया. इस हमले में नसरल्लाह की मौत हुई.
मार्च-अप्रैल 2025, यमन:

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