
'हिंदुओं के प्रति DMK की घृणा', सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि के बयान पर बोले राजा भैया
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तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म के खिलाफ बयान पर यूपी के विधायक राजा भैया की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि यह बयान हिंदुओं के प्रति डीएमके की घृणा को दिखाता है. इस पर इंडिया गठबंधन को अपना स्टैंड क्लीयर करना चाहिए.
तमिलनाडु के खेल मंत्री और सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने बीते शनिवार को जो बयान दिया, उस पर बीजेपी विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन पर हमलावर है और इस बयान पर स्टैंड क्लीयर करने की मांग कर रही है. हालांकि उदयनिधि के बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया तो आरजेडी ने उदयनिधि से माफी मांगने की बात कही है. अब इस पर यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और राजा भैया की प्रतिक्रिया भी आई है.
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने उदयनिधि के बयान का विरोध किया है. राजा भैया ने कहा कि उनका ये बयान हिंदुओं के प्रति डीएमके की घृणा को दर्शाता है. इसके साथ ही उन्होंने इंडिया गठबंधन को डीएमके के बयान पर स्टैंड क्लीयर करने की मांग भी की है. राजा भैया का कहना है कि चुनाव होने हैं, इसलिए स्थिति स्पष्ट करनी होगी.
स्टालिन सरकार में मंत्री उदयनिधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में बोलते हुए कहा था कि यह धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मच्छर से फैलने वाले डेंगू और मलेरिया की तरह है और इसे खत्म करना होगा.
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उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की. उन्होंने कहा कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.

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