
'स्कूल की जमीन पर मस्जिद और दुकानों का अवैध कब्जा तो नहीं...', दिल्ली हाईकोर्ट का MCD को निर्देश
AajTak
एमसीडी के वकील ने अदालत को बताया कि धार्मिक ढांचा स्कूल से पहले का बना हुआ है और यदि कोई शिकायत है, तो इसे धार्मिक समिति के पास ले जाना चाहिए, जो अधिकृत धार्मिक स्थलों के मामलों को देखती है. हालांकि, अदालत ने कहा कि याचिका में उठाए गए मुद्दों का समाधान जरूरी है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को नगर निगम (MCD) को निर्देश दिया कि वह वज़ीरपुर में एक स्कूल की जमीन पर मस्जिद और दुकानों के अतिक्रमण की जांच करे और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. मुख्य न्यायाधीश डी.के. उपाध्याय और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने एमसीडी से कहा कि वह 'सेव इंडिया फाउंडेशन' की जनहित याचिका (PIL) को शिकायत मानकर उस पर कार्रवाई करे.
एमसीडी के वकील ने अदालत को बताया कि धार्मिक ढांचा स्कूल से पहले का बना हुआ है और यदि कोई शिकायत है, तो इसे धार्मिक समिति के पास ले जाना चाहिए, जो अधिकृत धार्मिक स्थलों के मामलों को देखती है. हालांकि, अदालत ने कहा कि याचिका में उठाए गए मुद्दों का समाधान जरूरी है. कोर्ट ने एमसीडी को निर्देश दिया कि वह आरोपों की जांच करे और सर्वे के बाद रिपोर्ट तैयार करे.
अगर धार्मिक ढांचे से जुड़ा कोई अवैध निर्माण पाया जाता है, तो मामला उचित कार्रवाई के लिए धार्मिक समिति को भेजा जाए. कोर्ट ने यह भी कहा कि स्कूल में सुरक्षा का ध्यान रखना एमसीडी की जिम्मेदारी है, खासकर छात्राओं की सुरक्षा को लेकर. कोर्ट ने कहा, "चूंकि स्कूल एमसीडी द्वारा संचालित किया जाता है, इसलिए छात्रों, विशेष रूप से लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उसकी जिम्मेदारी है."
अदालत ने निर्देश दिया कि यदि स्कूल में कोई अनधिकृत प्रवेश द्वार हैं, तो एमसीडी उन्हें बंद करने के लिए उचित कदम उठाए. जनहित याचिका में आरोप लगाया गया कि स्कूल की जमीन पर एक ऊंचा धार्मिक ढांचा बनाया गया है, जिसके नीचे कई दुकानें चल रही हैं. यह अवैध निर्माण एमसीडी की लापरवाही के कारण हुआ और इसमें लगे लाउडस्पीकर तथा स्कूल की ओर खुलने वाली खिड़कियां और दरवाजे सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.
याचिकाकर्ता ने अदालत से स्कूल परिसर में किसी भी प्रकार की अवैध घुसपैठ को रोकने और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की थी.

कभी प्रभु राम को काल्पनिक बताने जैसी सीमा लांघी गई थी तो अब राम का धर्म और उनकी जाति ढूंढ़ने वाले भी आ गए हैं. ममता के करीबी TMC के विधायक मदन मित्रा ने दावा किया कि प्रभु राम 'मुस्लिम' थे. चंद महीनों में बंगाल में चुनाव हैं. ऐसे में इस बयान की टाइमिंग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. सवाल है कि क्या मुस्लिम वोट के लिए प्रभु राम के नाम पर सियासत हो रही है? देखें हल्ला बोल.

पराली जलाने के बिना भी राजधानी में वायु गुणवत्ता खराब होने के पीछे ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और धूल जैसे स्थानीय कारण मुख्य हैं, सरकार और समाज की सामूहिक विफलता के कारण दिल्लीवासी प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. अब समय है कि हम अपनी आदतों में बदलाव करें और प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाएं.

यूपी में पिछले दो तीन दिनों में ऐसे अहम सियासी सवाल उठाये गए हैं, जिसके मूल में सवाल है कि धर्म बड़ा या संविधान? क्योंकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बहराइच पुलिस के एक कार्यक्रम के वीडियो पर कुछ ऐसा ही सवाल उठाया है. दरअसल बहराइच में एक कथावाचक का कार्यक्रम पुलिस कप्तान ने कराया था. उसमें कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. ये वीडियो जब वायरल हुआ तो सवाल उठे कि कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर क्यों और किस हैसियत से दिया गया. देखें दंगल.

चंडीगढ़ में मौसम ने ठंड और कोहरे के साथ अपने तेवर दिखाए हैं. यहां लगातार दूसरे दिन घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है और वाहनों को हेडलाइट्स और ब्लिंकर्स जलाकर चलना पड़ रहा है. शहर की रफ्तार भी इस कोहरे के कारण धीमी पड़ गई है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए हल्की बारिश की संभावना जताई है, जिससे सर्दी और बढ़ सकती है.

आज आपको बताएंगे कि कैसे नकली और जहरीले प्रोटीन आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहे हैं. नकली देसी अंडे, मिलावटी दूध और चमड़ा रंगने वाले रसायन से पीला किया हुआ भुना चना बाजार में बिक रहा है. यह रंग जहरीला और प्रतिबंधित है, जो कैंसर समेत कई रोगों का खतरा बढ़ाता है. खाद्य सुरक्षा विभाग ने इन मिलावटों पर निगरानी बढ़ाई है लेकिन जनता को भी सतर्क रहने की जरूरत है.

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्री सिरसा ने टिप्पणी की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समस्या पिछली AAP सरकार की नीतियों और कार्यों का परिणाम है, जिसे कुछ महीनों के अंदर समाप्त करना संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार इस दिशा में कई कड़े कदम उठा रही है, जिनमें BS-VI वाहनों पर सख्त नियम लागू करना और एंटी-स्मॉग गन जैसी तकनीकों के उपयोग पर काम करना शामिल है.

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में धर्मांतरित व्यक्ति के शव को कब्र से निकालने के बाद विवाद हुआ. ये मामला तेवड़ा गांव का है जहां तीन दिन से विवाद चल रहा था और आगजनी में बदल गया. इस दौरान पुलिस ने बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. ग्रामीणों ने सरपंच के घर के पास स्थित चर्च में आग लगा दी, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए.






