सौम्या विश्वनाथन के हत्यारों की सजा का ऐलान कल, कोर्ट ने सुरिक्षत रखा फैसला
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अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (ASJ) रवींद्र कुमार पांडे ने यह देखने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया कि सजा पर बहस पूरी हो चुकी है. सरकारी वकील ने कहा कि हैरत की बात है कि डालसा ने अपनी रिपोर्ट में जेल में इनके बर्ताव को संतोषजनक बताया है, लेकिन जेल प्रशासन की रिपोर्ट में इन 5 दोषियों में से तीन का बर्ताव असंतोषजनक रहा है.
साकेत कोर्ट सौम्या विश्वनाथन के हत्यारों की सजा का ऐलान शनिवार दोपहर ढाई बजे करेगा. शुक्रवार को दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण की रिपोर्ट की प्रतियां दोषियों को दी गईं. सरकारी वकील ने कहा कि हैरत की बात है कि डालसा ने अपनी रिपोर्ट में जेल में इनके बर्ताव को संतोषजनक बताया है, लेकिन जेल प्रशासन की रिपोर्ट में इन 5 दोषियों में से तीन का बर्ताव असंतोषजनक रहा है. उनके ऊपर कई बार दंड भी लगाया जा चुका है. हमें नहीं पता कि दोनों की रिपोर्ट इतनी विरोधाभासी कैसे हैं?
इसके बाद विस्तार से हुई बहस के दौरान दोषियों के वकीलों ने दलीलें दीं. दोषियों के वकील ने कहा कि हमें नहीं पता कि सरकार अपनी ही रिपोर्ट पर सवाल क्यों खड़े कर रही है? पिछले 14 साल से तो वो न्यायिक हिरासत में ही हैं. डालसा के अधिकारी प्रशिक्षित और पेशेवर हैं. वो अपनी ही रिपोर्ट पर विवाद नहीं कर सकते.
दोषियों के वकीलों ने मीडिया को कोर्ट रूम से बाहर भेजने को भी कहा, ताकि दोषियों के परिजनों की जानकारी सार्वजनिक ना हो सके. फिर कोर्ट ने बहस के दौरान मीडिया कर्मियों को कक्ष से बाहर जाने को कहा.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (ASJ) रवींद्र कुमार पांडे ने यह देखने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया कि सजा पर बहस पूरी हो चुकी है. जबकि 7 नवंबर को कोर्ट ने यह देखते हुए मामले को स्वीकार कर लिया था कि दोषियों द्वारा दायर हलफनामे का सत्यापन पूरा नहीं था. न्यायाधीश ने परिवीक्षाधीन अधिकारी द्वारा दायर की गई सजा-पूर्व रिपोर्ट को रिकॉर्ड पर ले लिया है.
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