सेहरा बांधते-बांधते दूल्हे को आया हार्ट अटैक, बारात की जगह निकली शवयात्रा
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यूपी के बहराइच में दूल्हे की हार्ट अटैक से मौत हो गई. बारात में शामिल होने पहुंचे लोग शाम को दूल्हे की शवयात्रा में शामिल हुए. इस दौरान शादी वाले घर में मातम पसर गया. दूल्हे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. यह घटना थाना जरवल रोड क्षेत्र के अटवा गांव की है.
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में बारात ले जाने के लिए तैयार हो रहे दूल्हे को हार्ट अटैक आ गया. परिजन आनन-फानन में उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. दूल्हे की मौत की खबर सुनते ही उसके परिजनों में चीख-पुकार मच गई. शादी वाले घर में मातम पसर गया. बारात में जाने के लिए पहुंचे लोग शवयात्रा में शामिल हुए.
जानकारी के अनुसार, यह घटना थाना जरवल रोड क्षेत्र अंतर्गत अटवा गांव की है. दरअसल, राम लाल को बेटे राजकमल की कल जरवल थाना क्षेत्र के क्योलीपुरवा अट्टैसा गांव में बारात जानी थी. उनके घर में शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी थीं. कल राजकमल बारात ले जाने की तैयारी में था. राजकमल को दूल्हे वाली पोशाक पहनाई जा रही थी, सेहरा बांधते समय दूल्हे की तबीयत बिगड़ गई.
तबीयत बिगड़ते ही परिजन दूल्हे को ले गए अस्पताल
दूल्हे की तबीयत बिगड़ने के बाद आनन-फानन में उसे स्थानीय मुस्तफाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने राजकमल को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने बताया कि राजकमल की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस घटना के बाद शादी वाले घर में मातम पसर गया. घर में कोहराम मच गया. घटना की सूचना पर वधू पक्ष के लोग भी राजकमल के घर पहुंच गए.
शादी वाले घर से उठी दूल्हे की अर्थी, मच गई चीख-पुकार
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
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