
सिद्धू को एक साल की जेल, जानें- दे सकेंगे अर्जी या तुरंत करना होगा सरेंडर
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सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है. यह रोड रेज का मामला 1988 का है. नवजोत सिंह सिद्धू को पहले इस मामले में राहत मिल गई थी. लेकिन रोड रेज में जिस शख्स की मौत हुई थी, उसके परिवार ने रिव्यू पिटीशन दायर की थी. अब उसपर सुनवाई करते हुए सिद्धू को एक साल सश्रम यानी कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई है. सुप्रीम कोर्ट ने 1998 के रोडरेज मामले में पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अपना ही फैसला बदलते हुए ये सजा सुनाई है. उधर, नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला स्थित अपने घर से समर्थकों के साथ चंडीगढ़ निकल गए हैं. कहा जा रहा है कि वे अपने वकील से मुलाकात के लिए जा रहे हैं.
इससे पहले अदालत ने 15 मई 2018 को नवजोत सिद्धू पर 1000 रुपए का जुर्माना लगाया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये सवाल उठने लगा है कि क्या नवजोत सिंह सिद्धू को जेल जाना पड़ेगा. आईए जानते हैं कि जेल से बचने के लिए उनके पास क्या विकल्प बचे हैं.
1- क्यूरेटिव पिटीशन- नवजोत सिंह सिद्धू सुप्रीम कोर्ट के फैसले को क्यूरेटिव पिटीशन के जरिए चुनौती दे सकते हैं. हालांकि, यह सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर करता है कि वह इस पर सुनवाई करेगा या नहीं.
2- सुप्रीम कोर्ट से सरेंडर करने के लिए समय मांग सकते हैं सिद्धू- नवजोत सिद्धू इस मामले में कोर्ट से पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए और समय मांग सकते हैं. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट इस पर उन्हीं आधार पर विचार करेगा, जिनका सिद्धू ने अपनी याचिका में जिक्र किया हो.
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