साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने सुप्रीम कोर्ट की समिति से कहा- पेगासस से सेंधमारी के ठोस सबूत मिले
The Wire
एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया कि उन्होंने सात याचिकाकर्ताओं के आईफोन का विश्लेषण किया, जिनमें से दो में पेगासस से सेंधमारी की गई थी. सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश हलफनामे में विशेषज्ञ ने बताया कि जांचे गए छह एंड्रॉयड फोन में से चार में इस मालवेयर के अलग-अलग वर्ज़न मिले जबकि दो में पेगासस के मूल वर्ज़न के साक्ष्य मिले.
नई दिल्लीः पेगासस से जुड़े मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति के समक्ष एक हलफनामा दायर किया गया है, जिसमें दो साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने बताया है कि उन्हें याचिकाकर्ताओं के फोन में पेगासस की सेंधमारी के ठोस सबूत मिले हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल कुछ याचिकाकर्ताओं ने अपने फोन की फॉरेंसिक जांच के लिए कुछ तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली थी.
इनमें से एक विशेषज्ञ ने बताया कि उसने सात लोगों (याचिकाकर्ता) के आईफोन का विश्लेषण किया, जिनमें से दो फोन में पेगासस से सेंधमारी की गई थी.
विशेषज्ञ ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष हलफनामा पेश करते हुए कहा कि एक फॉरेंसिक टूल का इस्तेमाल करके इन दो फोन से साक्ष्य जुटाए गए. इन दो लोगों के फोन से डेटा डिलीट करने के बाद साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ को पता चला कि इनमें से एक याचिकाकर्ता के फोन में अप्रैल 2018 में पेगासस से सेंधमारी की गई थी जबकि अन्य फोन में जून और जुलाई 2021 के बीच कई बार सेंधमारी की गई थी.