
सबसे ज्यादा सीटों पर दावेदारी, जनवरी के आखिरी हफ्ते तक उम्मीदवारों के नाम होंगे फाइनल, बीजेपी की लोकसभा चुनाव की क्या है रणनीति?
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बीजेपी की पहली सूची में उन 164 सीटों के उम्मीदवारों के नाम भी होंगे, जिन्हें पार्टी अब तक नहीं जीती या 2019 में जीत का मार्जिन बेहद कम रहा है. बता दें कि बीजेपी पिछले दो साल से ऐसी सीटों पर लगातार मेहनत कर रही है और संगठन को मजबूत करने में लगी है. लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसे 303 सीटों पर जीत मिली थी. 133 सीटों पर बीजेपी चुनाव हार गई थी.
भारतीय जनता पार्टी ने आगामी आम चुनाव की तैयारियों को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है. बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 2024 में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही आचार संहिता लगने से पहले बीजेपी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी. संभव है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी अपनी पहली सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह के नामों की घोषणा करेगी. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने अपनी पहली सूची में पीएम मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह की सीटों के नामों का ऐलान किया था. बीजेपी इस बार 70 वर्ष से ज्यादा उम्र और तीन बार से अधिक बार जीते लोकसभा सांसदों को टिकट ना देने का मन बना रही है. पार्टी की कोशिश है कि नए चेहरों पर दांव लगाया जाए.
'पहली सूची में 164 सीटों के उम्मीदवारों के नाम होंगे'
बीजेपी की पहली सूची में उन 164 सीटों के उम्मीदवारों के नाम भी होंगे, जिन्हें पार्टी अब तक नहीं जीती या 2019 में जीत का मार्जिन बेहद कम रहा है. बता दें कि बीजेपी पिछले दो साल से ऐसी सीटों पर लगातार मेहनत कर रही है और संगठन को मजबूत करने में लगी है. लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसे 303 सीटों पर जीत मिली थी. 133 सीटों पर बीजेपी चुनाव हार गई थी.
'हारी या कम मार्जिन वाली सीटों पर बीजेपी का फोकस'
इसके साथ ही 31 अन्य सीटें हैं, जहां पार्टी कमजोर है. इन 164 सीटों का क्लस्टर बनाकर केंद्रीय मंत्रियों और बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह का नाम भी शामिल है. बीजेपी ने इन सीटों को सी और डी कैटेगरी में बांटा है और 80-80 सीटों की दो श्रेणियां बनाई हैं. 45 मंत्रियों को इन सीटों की जिम्मेदारी दी गई है. हर मंत्री के जिम्मे दो से तीन सीटें हैं.

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