
सऊदी, UAE समेत ये 7 मुस्लिम देश आए इजरायल के समर्थन में? इस प्रस्ताव को नहीं होने दिया पास
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अरब देश जहां पहले इजरायल के सख्त खिलाफ होकर फिलिस्तीन का समर्थन करते थे, अब उनके रुख में बदलाव आ रहा है. वो अब भी फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं लेकिन इजरायल को लेकर उनके रुख में नरमी आ रही है. इसका ताजा उदाहरण इस्लामिक-अरब शिखर सम्मेलन में देखने को मिला जब सऊदी, यूएई समेत 7 मुस्लिम देशों ने इजरायल के खिलाफ एक प्रस्ताव को पास नहीं होने दिया.
इस्लामिक दुनिया के नेता माने जाने वाले सऊदी अरब को लेकर ऐसी खबर आ रही है कि उसने इजरायल के साथ सभी तरह के संबंधों को खत्म करने को लेकर इस्लामिक-अरब शिखर सम्मेलन में पेश किए गए एक प्रस्ताव को पास होने से रोक दिया है. सऊदी अरब के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात समेत 7 मुस्लिम देश इस प्रस्ताव के विरोध में खड़े हो गए जिसके बाद इजरायल के खिलाफ संपूर्ण बहिष्कार का प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है.
प्रस्ताव में कहा गया कि इजरायल के साथ इस्लामिक देश सभी तरह के राजनयिक और आर्थिक संबंध खत्म कर लें और इजरायली उड़ानों को अरब हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने दें. द टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्ताव में कहा गया कि तेल उत्पादक मुस्लिम देश गाजा में युद्धविराम के लिए इजरायल को धमकी दें कि अगर वो युद्धविराम नहीं करता तो उसे तेल की आपूर्ति रोक दी जाएगी.
रिपोर्ट में अरब मामलों के विश्लेषक एहुद यारी के हवाले से कहा गया कि प्रस्ताव को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), जॉर्डन, मिस्र, बहरीन, सूडान, मोरक्को, मॉरिटानिया और जिबूती ने अस्वीकार कर दिया.
हालांकि, 11 नवंबर को इस्लामिक-अरब शिखर सम्मेलन के बाद जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में ऐसे किसी प्रस्ताव को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
प्रस्ताव का विरोध करने वाले मुस्लिम देश क्या बोले?
शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले दो प्रतिनिधियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि अल्जीरिया ने इजरायल के साथ सभी संबंधों को खत्म करने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा कि अरब के कुछ देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है क्योंकि उन्होंने मौजूदा संकट के बीच इजरायल के साथ बातचीत जारी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.

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