'संजीव जीवा के अलावा 2 पुलिसवालों को भी लगी गोली', देखें क्या बोले पुलिस अधिकारी
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया और मुख्तार अंसारी के करीबी संजीव जीवा माहेश्वरी की लखनऊ में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इस हत्याकांड में हैरान करने वाली बात यह है कि हमलावरों ने वारदात को कोर्ट परिसर में अंजाम दिया है, जिसके लिए वह बकायदा वकील की ड्रेस पहनकर अदालत पहुंचे थे.
मुंबई के एंटोपहिल इलाके में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब दो बच्चे खेलते-खेलते अचानक गायब हो गए. परिवार वालों ने पहले खुद से खोजबीन की. जब दोनों नहीं मिले तो अंटोप हिल पुलिस स्टेशन में मिसिंग की शिकायत दर्ज कराई. गुमशुदगी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस की एक टीम दोनों की तलाश में जुट गई. खोजबीन के दौरान एक स्क्रैप कार के अंदर दोनों भाई-बहन मिले. अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि हुनली और अनीली के बीच राजमार्ग को हुए व्यापक नुकसान से लोगों को हुई असुविधा की बात जानकर चिंतित हूं. इस रूट पर जल्द से जल्द कनेक्टिविटी बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि ये सड़क दिबांग घाटी को देश के बाकी हिस्से से जोड़ती है.
भारतीय सनातन परंपरा में जन्म से लेकर मृत्यु तक के बीच 16 संस्कारों का विधान है. इन 16 संस्कारों में विवाह संस्कार सबसे खास बना रहा है. यह दो परिवार के लिए उनका निजी उत्सव, उत्साह और समय के साथ-साथ संपन्नता को प्रदर्शित करने का भी एक जरिया रहा है. बल्कि राजाओं-महाराजाओं के युग में तो विवाह संस्कार कूटनीति का भी हिस्सा रहे हैं, इनके जरिए बिना किसी युद्ध और शक्ति प्रदर्शन के समाज को सांकेतिक भाषा में ही अपनी ताकत का अहसास करा दिया जाता था.
देश में लोकसभा चुनाव हैं और हरियाणा में दोबारा क्लीन स्वीप की तैयारी में जुटी बीजेपी अपना नॉन-जाट पॉलिटिकल फॉर्मूला फिर से लागू कर रही है. हरियाणा में जाट वोट शेयर तीन राजनीतिक दलों कांग्रेस, इनेलो और जेजेपी के बीच बंटा हुआ है. आंदोलनकारी किसानों में ज्यादातर जाट हैं. हरियाणा में बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती सत्ता विरोधी लहर है. यहां जाटों, किसानों और गांव के सरपंचों के बीच विश्वास की कमी को दूर करने की चुनौती है. यही वजहें बीजेपी के चुनावी प्रचार में बाधा बन रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कांग्रेस के घोषणापत्र पर टिप्पणी चर्चा में है. खासकर संपत्ति के रीडिस्ट्रब्यूशन पर. पीएम मोदी ने राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि उनकी पार्टी आ जाए तो देश की संपत्ति घुसपैठियों में बांट दी जाएगी. लेकिन वेल्थ रीडिस्ट्रिब्यूशन सचमुच मुमकिन है? क्या कोई ऐसा नियम या कानून है, जो केंद्र को आम लोगों की दौलत दूसरों में बांटने का हक देती है?