
विजिलेंस अधिकारी बनकर दो ठग पुलिसकर्मी से मांग रहे थे पैसे और फिर...
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गुरुग्राम में पुलिस ने दो ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो विजिलेंस अधिकारी बनकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से उगाही कर रहे थे. पकड़े गए आरोपियों में से एक पर दुष्कर्म समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. दोनों ने ट्रैफिक ज़ोनल अफसर को धमकी देकर पैसे मांगने की कोशिश की थी, पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी एनसीआर में ऐसे सात वारदात को अंजाम दे चुके थे. दोनों को सेक्टर-40 से गिरफ्तार किया गया है.
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को विजिलेंस अधिकारी बताकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से पैसों की उगाही करने में लगे थे. पकड़े गए आरोपियों की पहचान दीपक (45) निवासी चरखी दादरी और नितिन कुमार (50) निवासी नेपाल के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, इन दोनों ने कई पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया और शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें सेक्टर-40 के हुडा मार्केट से गिरफ्तार किया गया.
फर्जी अधिकारी बनकर मांग रहे थे पैसा
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मामला तब सामने आया जब ट्रैफिक जोनल ऑफिसर जो मेफील्ड गार्डन ट्रैफिक सिग्नल पर तैनात थे, उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के अनुसार, 15 अक्टूबर की शाम दोनों आरोपी कार में पहुंचे और खुद को विजिलेंस अधिकारी बताते हुए साथ आने को कहा. वो उसे पास के पुलिस बूथ तक ले गए और बताया कि उसके खिलाफ शिकायतें आई हैं.
जब जोनल ऑफिसर ने शिकायत का विवरण पूछा, तो आरोपियों ने उसे बाद में व्हाट्सऐप कॉल पर बात करने को कहा. उसी रात दोनों ने उसे व्हाट्सऐप पर धमकी भरा वीडियो भेजा और पैसे की मांग की. जोनल ऑफिसर ने उनकी मांग को ठुकरा दिया और तुरंत पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी.
दोनों ठग गिरफ्तार
शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मंगलवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में ऐसे सात वारदात किए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी एक संगठित रैकेट चलाते थे, जिसमें वो सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाकर उगाही की कोशिश करते थे.

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