लॉकडाउन नहीं फिर भी बंद हुए ऑटो कंपनियों के कारखाने, सरकार के इस फैसले का हुआ असर
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कोरोना की दूसरी लहर में कुछ राज्य सरकारों ने भले लॉकडाउन लगाया हो लेकिन केन्द्र सरकार ने बार-बार नेशनल लॉकडाउन लगाने से मना किया है. लेकिन सरकार के इस फैसले के चलते कई ऑटो कंपनियों ने अपने कारखाने बंद करने की घोषणा की है और इस समय का उपयोग कारखानों का मेंटिनेंस करने में करने की बात कही है.
कोरोना की दूसरी लहर में कुछ राज्य सरकारों ने भले लॉकडाउन लगाया हो लेकिन केन्द्र सरकार ने बार-बार नेशनल लॉकडाउन लगाने से मना किया है. लेकिन सरकार के इस फैसले के चलते कई ऑटो कंपनियों ने अपने कारखाने बंद करने की घोषणा की है और इस समय का उपयोग कारखानों का मेंटिनेंस करने में करने की बात कही है. सरकार ने बंद किया ऑक्सीजन का इंडस्ट्रियल उपयोग देश में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए केन्द्र सरकार ने तरल ऑक्सीजन के औद्योगिक उपयोग पर रोक लगा दी है. इस फैसले के बाद देश में 25 अप्रैल से उद्योगों में उपयोग होने वाली तरल ऑक्सीजन को भी मेडिकल जरूरतों के लिए उपलब्ध करा दिया गया है. हालांकि ऑटो कंपनियां ऑक्सीजन का उपयोग बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं करती लेकिन फिर भी सरकार के इस फैसले का असर उनकी सप्लाई चेन पर पड़ा है. ‘अघोषित लॉकडाउन ही है ये’ ऑटो कंपनियों के कारखानों में ऑक्सीजन का उपयोग भले ज्यादा ना होता हो, लेकिन उनके लिए कलपुर्जे बनाने वाले कारखानों में ऑक्सीजन का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है. गुरुग्राम की एक ऑटो पार्ट्स कंपनी के फ्लोर मैनेजर ने कहा, ‘‘ यह एक तरह का ‘अघोषित लॉकडाउन’ है. अगर हम ऑक्सीजन का उपयोग ही नहीं कर सकते तो कारखाने में उत्पादन ही नहीं होगा. जब तक सरकार का ये प्रतिबंध खत्म नहीं होता हमें कारखाना बंद रखना होगा. उम्मीद है कि ये फैसला एक पखवाड़े से ज्यादा का नहीं होगा.’कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.
Electric Scooter Fire: बीते दिनों दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में चार मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई. जिस इमारत में आग लगी उसके बेसमेंट में 11 टू-व्हीलर खड़े थें जिनमें एक इलेक्ट्रिक इस्कूटर भी था. बताया जा रहा है कि, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज में लगाया गया था और सबसे पहले आग इसी स्कूटर में लगी थी.