लखीमपुर खीरी: पुलिस की कथित पिटाई से नाबालिग की मौत का आरोप, तीन पुलिसकर्मी निलंबित
The Wire
मामला लखीमपुर खीरी ज़िले की संपूर्णानगर कोतवाली के कमलापुरी गांव का है, जहां के एक 17 वर्षीय युवक को मोबाइल चोरी के आरोप में खजुरिया चौकी में हिरासत में लिया गया था. आरोप है कि वहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई, जिसके बाद युवक ने एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया.
लखीमपुर खीरी: ‘मेरा भाई उनके पैर पड़ता रहा कि उसने मोबाइल नहीं चुराया. वो गिड़गिड़ाता रहा पर उन्होंने (पुलिसवालों ने) कुत्तों की तरह मारा मेरे भाई को. उसने घर आकर मुझे रोते हुए मुझे बताया था. पुलिस ने जहां मारा था शर्म के मारे वो कुछ दिखा भी नहीं सकता था. जब उसकी तबियत बिगड़ी तभी पुलिस ने मेरी मां को बुलाकर उसे सौंप दिया. घर आकर रोते हुए गोविंद* ने मुझे बताया कि दीदी मुझे जानवरों की तरह मारा.’ थाना सम्पूर्णानगर क्षेत्रान्तर्गत 17 वर्षीय बालक की मृत्यु की घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक खीरी, श्री संजीव सुमन की बाइट pic.twitter.com/oVXsWsqkEZ लखीमपुर में पुलिस ने थारू समुदाय के 17 वर्षीय युवक राहुल की हिरासत में पीटकर हत्या कर दी।
ये उस बहन के शब्द हैं जिसका इकलौता भाई गोविंद उसे रविवार को हमेशा के लिए छोड़कर चला गया. पूजा ये बताते-बताते फफककर रो पड़ती हैं. नारी शक्ति का ढिंढोरा पीटने वाले प्रदेश में इस बेटी का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है. — KHERI POLICE (@kheripolice) January 23, 2022 हिरासत में हत्याओं के लिए कुख्यात यूपी पुलिस बार-बार ऐसी क्रूरता को अंजाम देती है क्योंकि सीएम अजय सिंह बिष्ट का पुलिस पर कोई नियंत्रण नहीं है।
मामला उत्तर प्रदेश का है, जहां के मुख्यमंत्री कानून के राज की दुहाई देते नहीं थकते हैं, पर इसी क़ानूनी राज में लखीमपुर खीरी पुलिस पर थारू जनजाति के एक नाबालिग की कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा है. नाबालिग गोविंद ने बाद में एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया. असली जंगलराज, जहां रक्षक ही भक्षक है। pic.twitter.com/F4JdsqUKCC
परिवार वालों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर भी दी पर अभी तक कोई एफआईआर नहीं हुई. हालांकि एक चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है. — UP Congress (@INCUttarPradesh) January 23, 2022