रेलवे ने खान-पान पर ‘ऑन-बोर्ड’ सेवा शुल्क हटाया, लेकिन खाने की कीमत में जोड़ दिया
The Wire
प्रीमियम ट्रेनों में पहले नाश्ते, दोपहर के भोजन और शाम के जलपान की दर क्रमश: 105 रुपये, 185 रुपये और 90 रुपये थी, जबकि प्रत्येक भोजन के साथ 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाता था. हालांकि, यात्रियों को अब इन भोजन के लिए क्रमश: 155 रुपये, 235 रुपये और 140 रुपये का भुगतान करना होगा तथा भोजन की लागत में ही सेवा शुल्क जुड़ जाएगा.
चाय और कॉफी की कीमतें सभी यात्रियों के लिए समान होंगी, भले ही आपने इनके लिए पहले से बुकिंग की हो या ट्रेन में ही ऑर्डर किया हो. इसके लिए दरों में कोई वृद्धि नहीं होगी.
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) के पहले के प्रावधान के तहत अगर किसी व्यक्ति ने अपनी ट्रेन की टिकट बुक करते समय ही भोजन के लिए बुकिंग नहीं कराई है तो उन्हें यात्रा के दौरान खान-पान का ऑर्डर देते समय अतिरिक्त 50 रुपये का भुगतान करना होता था, भले ही उन्होंने महज 20 रुपये की चाय या कॉफी का ही ऑर्डर किया हो.
अब, राजधानी, दुरंतो या शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सवार यात्री, जिन्होंने अपना भोजन पहले से बुक नहीं किया है, उन्हें चाय के लिए 20 रुपये का भुगतान करना होगा (उन लोगों द्वारा भुगतान की गई राशि के समान जिन्होंने अपना भोजन पहले से बुक किया था). पहले ऐसे यात्रियों के लिए चाय की कीमत 70 रुपये थी, जिसमें सर्विस चार्ज भी शामिल था.
पहले नाश्ते, दोपहर के भोजन और शाम के जलपान की दर क्रमश: 105 रुपये, 185 रुपये और 90 रुपये थी, जबकि प्रत्येक भोजन के साथ 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाता था. हालांकि, यात्रियों को अब इन भोजन के लिए क्रमश: 155 रुपये, 235 रुपये और 140 रुपये का भुगतान करना होगा तथा भोजन की लागत में ही सेवा शुल्क जुड़ जाएगा.