रूस के हमले के बीच भारत के रुख से खफा हुआ यूक्रेन! कही ये बात
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Ukraine Russia war: यूक्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगातार मदद की अपील कर रहा है. यूक्रेन ने अपनी अपील में कहा था कि रूस से साझेदारी को देखते हुए भारत की भूमिका बेहद अहम है. हालांकि, अब तक भारत ने किसी भी बयान में रूस के कदम की आलोचना नहीं की है. अब भारत के रुख को लेकर यूक्रेन के राजदूत का बयान आया है.
रूस के हमले के बीच यूक्रेन ने लगातार भारत से अपील की है कि वह इस संघर्ष को रोकने में अपनी भूमिका अदा करे. हालांकि, अभी तक भारत की तरफ से जारी किए गए बयानों में रूस के हमले का ना ही जिक्र किया गया है और ना ही उसके किसी कदम की आलोचना की गई है. यूक्रेन के राजदूत ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई पर भारत के रुख को लेकर यूक्रेन बेहद असंतुष्ट है. यूक्रेन ने कहा कि उन्हें इस संकट की स्थिति में भारत से ज्यादा मदद की उम्मीद थी.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.