
राजस्थान चुनावः वसुंधरा राजे दरकिनार या दबदबा बरकरार? बीजेपी की दूसरी लिस्ट में क्या हैं संदेश
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राजस्थान में बीजेपी ने अपनी दूसरी सूची में सात विधायकों के टिकट काट दिए हैं. वसुंधरा राजे को उनकी सीट झालरापाटन से उम्मीदवार बनाया गया है. दूसरी लिस्ट आने के बाद से ही सूबे की सियासत में वसुंधरा राजे को लेकर चर्चा का नया दौर शुरू हो गया है. चर्चा ये कि वसुंधरा के लिए इस लिस्ट में क्या संदेश हैं?
राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है. मतदान की तारीख जैसे-जैसे करीब आती जा रही है, सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सत्ताधारी कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों के ऐलान का सिलसिला भी जारी है. बीजेपी ने राजस्थान चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है तो वहीं कांग्रेस ने भी 33 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.
बीजेपी ने इस सूची में सात विधायकों के टिकट काट दिए हैं. वसुंधरा राजे को उनकी सीट झालरापाटन से उम्मीदवार बनाया गया है. राजस्थान चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट आने के बाद से ही सूबे की सियासत में वसुंधरा राजे को लेकर चर्चा का नया दौर शुरू हो गया है. चर्चा ये कि वसुंधरा के लिए इस लिस्ट में क्या संदेश हैं?
पहली लिस्ट में 41 प्रत्याशियों की घोषणा
दरअसल, बीजेपी ने राजस्थान चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी जिसमें वसुंधरा राजे के समर्थक कई दावेदार बेटिकट हो गए थे. बीजेपी ने भरतपुर नगर से दो बार की विधायक अनिता सिंह, विद्याधर नगर के विधायक और पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत के रिश्तेदार नरपत सिंह राजवी, जयपुर की झोटवाड़ा सीट से विधायक राजपाल सिंह शेखावत का टिकट काट दिया था.
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नरपत की सीट से बीजेपी ने सांसद दीया कुमारी उम्मीदवार बनाया था. दीया कुमारी जयपुर राजघराने से आती हैं और वसुंधरा राजे से उनके संबंध ठीक नहीं माने जाते. पहली लिस्ट में दीया को टिकट, वसुंधरा का नाम नहीं होने और कई समर्थकों के टिकट कटने के बाद कहा तो यह तक जाने लगा कि पार्टी अब वसुंधरा राजे से आगे देख रही है. बीजेपी महारानी (वसुंधरा राजे) के विकल्प के रूप में महारानी (दीया कुमारी) को आगे करने का मन बना चुकी है.

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