
'मारना है या मर जाना है', काबुल हमले में शहीद हुए अमेरिकी सैनिक का अंतिम पोस्ट
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अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक जारी है. विभिन्न देश अपने लोगों को यहां से किसी भी तरह बाहर निकालने में जुटे हुए हैं. इस बीच ISIS-K ने मौत का तांडव शुरू कर दिया है. काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल ब्लास्ट में 169 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इसके अलावा 13 अमेरिकी सैनिक भी शहीद हो गए.
अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक जारी है. विभिन्न देश अपने लोगों को यहां से किसी भी तरह बाहर निकालने में जुटे हुए हैं. इस बीच ISIS-K ने मौत का तांडव शुरू कर दिया है. काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल ब्लास्ट में 169 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इसके अलावा 13 अमेरिकी सैनिक भी शहीद हो गए. इसमें से एक सैनिक मैक्सटन विलियम सोविएक थे. नौसेना के जवान मैक्सटन ने मरने से पहले इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जिसमें अफगानिस्तान के वर्तमान हालात को बयां किया गया है. (फोटो/Maxton William Soviak insta) बेवसाइट डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी नेवी के कॉर्प्समैन मैक्सटन विलियम सोविएक ने 10 जून को इंस्टाग्राम पर किए गए अंतिम पोस्ट में लिखा कि 'मारना है या मर जाना है' दोनों ही हालात में मौत निश्चित है. इस दौरान उन्होंने अपने साथियों की तस्वीरें भी शेयर कीं. (फोटो/getty images) बता दें नेवी कॉर्प्समैन अक्सर मरीन के साथ काम करते हैं, जिनके पास खुद के मेडिक्स नहीं होते हैं. काबुल हवाईअड्डे पर गुरुवार को हुए हमले में 11 नौ सैनिकों के साथ ही सेना के एक जवान भी शहीद हो गए और कम से कम 18 अमेरिकी सैनिक घायल हो गए. (फोटो/Maxton William Soviak insta)
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