महंगे टमाटर से लोगों को मिलेगी आजादी, 15 अगस्त पर सरकार देगी तोहफा
AajTak
केंद्र सरकार के तहत उपभोक्ता मामलों के विभाग ने राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) को 15 अगस्त से टमाटर पचास रुपये प्रति किलो की दर से बेचने के निर्देश दिए हैं.
टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों (Tomato Price Hike) से हर कोई परेशान है. टमाटर की इन बढ़ी हुई कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. लेकिन स्वतंत्रता दिवस पर सरकार ने सस्ती दरों पर टमाटर बेचने का फैसला किया है.
पंद्रह अगस्त से सरकार पचास रुपये प्रति किलो की दर से टमाटर बेचने जा रही है. फिलहाल बाजार में टमाटर 70 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है. सरकार ने देशभर में टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों को देखते हुए 15 अगस्त से कीमतें घटाने का फैसला किया है.
केंद्र सरकार के तहत उपभोक्ता मामलों के विभाग ने राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) को 15 अगस्त से टमाटर पचास रुपये प्रति किलो की दर से बेचने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की खुदरा बिक्री 14 जुलाई से शुरू हुई थी. 13 अगस्त तक एनसीसीएफ और नेफेड ने कुल 15 लाख किलो टमाटर खरीदे हैं.
ये टमाटर दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान (जयपुर, कोटा), उत्तर प्रदेश (लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज) और बिहार (पटना, मुजफ्फरपुर आरा और बक्सर) में बेचे गए. एनसीसीएफ और नेफेड द्वारा खरीद गए टमाटर शुरुआत में 90 रुपये प्रति किलो पर खरीदे गए लेकिन 16 जुलाई से इनकी कीमत घटाकर 80 रुपये प्रति किलो कर दी गई. हालांकि, इसके बाद 20 जुलाई से यह 70 रुपये प्रति किलो पर खरीदे जाने लगे.
12 अगस्त को सबसे ज्यादा टमाटर बिके
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.