मध्य प्रदेश: छह सरकारी मेडिकल कॉलेज के क़रीब 3,000 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफ़ा
The Wire
मध्य प्रदेश में छह सरकारी मेडिकल कॉलेज के क़रीब तीन हज़ार जूनियर डॉक्टर अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर बीते 31 मई से हड़ताल पर थे. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट बीते बृहस्पतिवार को डॉक्टरों की हड़ताल को अवैध क़रार देते हुए उन्हें 24 घंटों में काम पर लौटने का आदेश दिया था. उसके कुछ घंटों बाद डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया.
भोपाल: मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तीन दिन पहले हड़ताल पर गए प्रदेश के छह सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों को 24 घंटे में काम पर वापस लौटने के बृहस्पतिवार को दिए आदेश के कुछ घंटों बाद ही करीब 3,000 जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया. कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों…! अभी तो ये अंगड़ाई है……..आगे और लड़ाई है ।सरकार डॉक्टर्स को कमजोर आंकने की कोशिश भी न करे ,ये बस शुरुआत है । #jda_strike #JDA_jabalpur @JDAMgmIndore @JDA_2021 @jda_ug pic.twitter.com/OuyZ42IdQl ये रंग भी जरा देख लो सा-रंग👇 मध्य प्रदेश जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जूडा) के अध्यक्ष अरविंद मीणा ने बताया कि प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों के करीब 3,000 जूनियर डॉक्टरों ने बृहस्पतिवार को अपने-अपने मेडिकल कॉलेजों के डीन को सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. — Dr.Naresh Lodhi 🇮🇳 (@sparta_22) June 2, 2021 बज उठा है अब मृदंग, छिड़ चुकी है मैदान-ए-जंग।लड़ रहे इसे दबंग, कपा देंगे ये अंग-अंग।।। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तीसरे वर्ष के जूनियर डॉक्टर्स के इनरोलमेंट रद्द कर दिए हैं, इसलिए अब हम परीक्षा में कैसे बैठेंगे. Doctors Unity Zindabad! ✊#shameonMPgovt #ArrestJDA @imajdnnational @RDAMP_OFFICIAL @jda_ug @JDAMgmIndore @DrHareeshPathak @IMAMSNMP @FordaIndia @FAIMA_INDIA_ pic.twitter.com/WXlLwLVU3o मालूम हो कि स्नातकोत्तर (पीजी) कर रहे जूनियर डॉक्टर्स को तीन साल में डिग्री मिलती है, जबकि दो साल में डिप्लोमा मिलता है. — Dr Shankul Dwivedi (@ShankulDwivedi) June 2, 2021More Related News