
बेसमेंट में थे छात्र, कुछ मिनटों में भर गया 12 फुट पानी... दिल्ली के UPSC कोचिंग सेंटर में हुए हादसे की पूरी कहानी
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कोचिंग में इतना पानी कैसे भर गया, जो छात्रों के डूबने जैसी हालत बन गई, इसे लेकर चश्मदीदों ने हैरान करने वाली बातें बताईं हैं. चश्मदीद छात्र के मुताबिक, बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में करीब 30-35 स्टूडेंट्स मौजूद थे. शाम 7 बजे लाइब्रेरी बंद होने पर जैसे ही हम बाहर निकले, तो सामने से बहुत तेज प्रेशर से पानी आ रहा था.
देश की राजधानी दिल्ली से बड़ा मामला सामने आया है. यहां ओल्ड राजेंद्रनगर स्थित राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया. जो यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए काल बन गया. बेसमेंट में भरे पानी में डूबने से दो छात्राओं की मौत हो गई, जिनके शव बरामद हो गए हैं. वहीं, एक छात्र अभी भी लापता है.
क्या बोलीं शिक्षा मंत्री आतिशी? राव कोचिंग सेंटर डूबने की घटना पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि अग्निशमन सेवा और एनडीआरएफ मौके पर तैनात हैं. दिल्ली के मेयर और स्थानीय विधायक भी मौके पर हैं. मैं स्थिति पर करीब से नज़र रख रही हूं. दुर्घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. इस दुर्घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
आखिर कोचिंग के बेसमेंट में कैसे भरा पानी? सवाल उठता है कि कोचिंग में इतना पानी कैसे भर गया, जो छात्रों के डूबने जैसी हालत बन गई, इसे लेकर चश्मदीदों ने हैरान करने वाली बातें बताईं हैं. चश्मदीद छात्र के मुताबिक, बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में करीब 30-35 स्टूडेंट्स मौजूद थे. शाम 7 बजे लाइब्रेरी बंद होने पर जैसे ही हम बाहर निकले, तो सामने से बहुत तेज प्रेशर से पानी आ रहा था. जब तक हम लोग लाइब्रेरी खाली करते, तब तक घुटनों तक पानी भर चुका था.
सिर्फ 2 से तीन मिनट में छत तक हो गया जलभराव बहाव इतना तेज था कि हम सीढ़ियां नहीं चढ़ पा रहे थे. 2-3 मिनट के अंदर पूरे बेसमेंट में 10-12 फुट पानी भर गया. वहां से निकलने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी इतना गंदा था कि कुछ भी नहीं दिख रहा था. वहां से एक-एक कर बच्चे निकाले जा रहे थे. छात्र ने कहा कि मेरे पीछे 2 लड़कियां और थीं. जो निकल नहीं पाईं.
तेजी से प्रेशर के साथ भर गया पानी गेट की तरफ से तेज से प्रेशर आ रहा था, हमने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन तेज प्रेशर के कारण हम सीढ़ियां ही नहीं चढ़ सके. पानी इतनी तेज भर रहा था कि 2 से 3 मिनट में ही पूरे बेसमेंट में छत तक पानी भर गया. बेसमेंट की छत की ऊंचाई 12 फीट तक की है और पलक झपकते फ्लैश फ्लड की तरह पानी भर गया. हमें बचाने के लिए रस्सी फेंकी गई, लेकिन गंदे पानी में हम रस्सियां देख ही नहीं पा रहे थे.
शाम 7 बजे हुआ हादसा चश्मदीद ने कहा कि शाम 7 बजे ये हादसा हुआ था. पहले भी यहां जल जमाव हो चुका है, करीब एक सप्ताह पहले यहां पानी भर गया था तो हमें ऊपर ही रोक दिया गया था. जलजमाव का आलम तो ये है कि कई बार हमारी क्लासें कैंसिल कर दी जाती हैं, 2 से ढाई घंटे तक पानी भरा रहता है. पिछली बार हम जब क्लास ले रहे थे तो सुबह करीब 10 बजे हमें बेसमेंट में नहीं जाने दिया गया था, कई स्टूडेंट्स की कारें तैर रही थीं.

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