बुली बाई ऐप के निशाने पर रहीं औरतों के पास एक ही रास्ता है… वो है आगे बढ़ते रहना
The Wire
2021 में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हेट क्राइम बढ़े पर मीडिया ख़ामोश रहा. इस साल की शुरुआत और ज़्यादा नफ़रत से हुई, लेकिन इसके ख़िलाफ़ देशभर में आवाज़ उठी. अल्पसंख्यकों और औरतों से नफ़रत के अभियान का निशाना बनने के बाद मैं ख़ुद को सोचने से नहीं रोक पाती कि क्या अब भी कोई उम्मीद बाक़ी है?
साइकिएट्रिस्ट (मनोचिकित्सक) के दफ़्तर में
जनवरी 8, 2022
मैं महीनों से इस जगह आना नज़रअंदाज़ कर रही थी. हालांकि नए साल के आठवें ही रोज़ मैं साइकिएट्रिस्ट से मिलने के लिए उनके दफ़्तर के बाहर इंतज़ार कर रही थी. मेरे अपॉइंटमेंट का वक़्त साढ़े बारह बजे का था लेकिन मैं पैंतालीस मिनट पहले ही पहुंच गई.
अब तक नए साल के शुरुआती दिन पुलिस थानों और वकीलों के चैंबर्स में अंदर-बाहर करते गुज़रे थे, और अब मैं साइकिएट्रिस्ट के यहां थी.
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