बिहार: पुलिस अधिकारी ने पीएफआई की तुलना आरएसएस से की, विवाद
The Wire
बिहार पुलिस द्वारा कथित तौर पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबद्ध संदिग्ध आतंकियों को गिरफ़्तार करने की जानकारी देते हुए पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि 'जैसे आरएसएस अपनी शाखा आयोजित कर लाठी का प्रशिक्षण देता है, उसी प्रकार से ये लोग युवाओं को बुलाकर शारीरिक प्रशिक्षण देते थे और ‘ब्रेनवॉश’ कर उनके माध्यम से अपना एजेंडा लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे.'
पटना: बिहार पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के साथ संबंधों के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी देते हुए पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पीएफआई की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से तुलना की. पटना के एसएसपी को ऐसा बयान तुरंत वापस लेना चाहिए और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। SSP पटना की टिप्पणी जिसमें PFI की ट्रेनिंग की तुलना RSS से की गयी है, की मैं गम्भीरता से भर्त्सना करता हूँ। ये ग़ैरज़िम्मेदाराना और अशोभनीय है। संघ जैसे राष्ट्रवादी प्रामाणिक संगठन के कार्यों की तुलना PFI और ऐसे आतंकी संगठन से की जाए, ये बिल्कुल स्वीकार नहीं है। 1/2
पत्रकारों से बृहस्पतिवार को बातचीत के दौरान मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों द्वारा युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में कहा, ‘जैसे आरएसएस अपनी शाखा आयोजित करता है और लाठी का प्रशिक्षण देता है, उसी प्रकार से ये लोग युवाओं को बुलाकर उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण देते थे और उनका ‘ब्रेनवॉश’ कर उनके माध्यम अपना एजेंडा लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे.’ — Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 14, 2022 — Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) July 14, 2022
पटना पुलिस ने बुधवार को फुलवारीशरीफ थाना अंतर्गत नया टोला मुहल्ला में छापेमारी कर पीएफआई से जुडे झारखंड के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन के साथ प्रतिबंधित संगठन सिमी के पूर्व कार्यकर्ता रहे अतहर परवेज को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद एक स्थानीय निवासी और उनके लिए प्रशिक्षण आयोजित करने वाले अरमान मलिक को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस के अनुसार, मोहम्मद जलालुद्दीन के मकान में युवाओं को ‘शारीरिक प्रशिक्षण’ दिया जा रहा था.