
बात-बात पर पीटती थी पत्नी गौरी, गुस्से में पति राकेश ने किया मर्डर, फिर टुकड़े कर सूटकेस में डाली लाश... दिल दहला देगी बेंगलुरु की खूनी कहानी
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पुलिस उस कमरे में दाखिल हुई जहां बाथरूम में वो सूटकेस रखा था. पुलिस ने सूटकेस को बाहर निकाला. जैसे ही उस सूटकेस को खोला गया, सबके होश उड़ गए. सूटकेस में एक महिला की लाश थी. जिसे किसी तेजधार हथियार से टुकड़ों में काटा गया था.
Bangalore Gauri Murder Case: एक जमाना था जब लोग मोहब्बत में या मोहब्बत की खातिर जान दिया करते थे. शादी करते वक्त सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाते थे. लेकिन अब अब जमाना बदल चुका है, आज आशिक दिल की बात या दिल के टुकड़े हो जाने पर भी नहीं रुकते, बल्कि जिस वो जिस मोहब्बत का दम भरते हैं, और जिस मोहब्बत में जीने मरने की कसमें खाते हैं, उसी मोहब्बत के वो टुकड़े-टुकड़े कर डालते हैं. जिसकी सच्चाई कभी फ्रिज, कभी कुकर, कभी बैग, कभी बेड, कभी दीवार तो कभी फर्श और कभी ड्रम की शक्ल में हमारे सामने आती है. ऐसा ही एक खौफनाक कत्ल का मामला बेंगलुरु से सामने आया है.
इस खूनी कहानी का आगाज होता है बेंगलुरु के हुलीमावु इलाके से. वहां रहने वाले एक मकान मालिक ने गुरुवार की शाम 5:30 बजे दक्षिण-पूर्व पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया और बताया कि उसके किराएदार ने एक संदिग्ध बड़ा सूटकेस कमरे में रखकर छोड़ा है और वह मौके से फरार हो गया है. उस शख्स को किसी अनहोनी की आशंका हो रही थी. वो काफी परेशान था. उस शख्स से खबर मिलते ही फौरन पुलिस हरकत में आ गई.
पुलिस की एक टीम मौका-ए-वारदात पर जा पहुंची, जहां वो मकान मालिक पहले से पुलिस का इंतजार कर रहा था. पुलिस उस कमरे में दाखिल हुई जहां बाथरूम में वो सूटकेस रखा था. पुलिस ने सूटकेस को बाहर निकाला. और जैसे ही उस सूटकेस को खोला गया. सबके होश उड़ गए. सूटकेस में एक महिला की लाश थी. जिसे किसी तेजधार हथियार से टुकड़ों में काटा गया था. ये मंजर देखकर लोग सहम गए. पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की और लाश के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
अब बारी थी शिनाख्त की. सूटकेस में जिस महिला का मुर्दा जिस्म पुलिस ने बरामद किया, वो 32 साल की गौरी अनिल सम्बेकर थी. जो अपने पति राकेश के साथ किराए के उस मकान में रहती थी. गौरी ने मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट किया था और फिलहाल बेरोजगार थीं. वहीं, उसका पति राकेश एक निजी कंपनी में कार्यरत था और इन दिनों वो वर्क फ्रॉम होम कर रहा था. वह महाराष्ट्र का रहने वाला है.
बेंगलुरु दक्षिण-पूर्व की पुलिस उपायुक्त (DCP) सारा फातिमा ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक साल से गौरी और राकेश डोड्डाकन्नाहल्ली में रह रहे थे. मकान मालिक और पड़ोसियों के अनुसार, दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे. सूत्रों से पता चला कि गौरी कई बार राकेश पर हाथ भी उठा चुकी थी. वो उसके साथ मारपीट करती थी. इन झगड़ों और मारपीट से राकेश तंग आ चुका था. वो अंदर ही अंदर गुस्से से भरता जा रहा था.
गुरुवार यानी 27 मार्च को भी राकेश और गौरी के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ. दोनों की आवाज़ें भी कमरे से बाहर आ रही थीं. दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर राकेश ने अचानक घर में रखा एक तेजधार चाकू गौरी के पेट में घोंप दिया. उसका गुस्सा यहीं नहीं थमा, इसके बाद उसने उसी तेजधार हथियार से गोरी का गला रेतकर उसे मौत के घाट उतार दिया. कत्ल के बाद वो शांत बैठ गया और लाश को ठिकाने लगाने के बारे में सोचने लगा.

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