
बंगाल SIR में कटे नामों का बिहार-यूपी कनेक्शन! जानिए अब क्यों शुरू हो गया नया बवाल
AajTak
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया का ड्राफ्ट जारी कर दिया है, जिसमें करीब 58 लाख लोगों के नाम काट दिए हैं. बंगाल में ज्यादातर हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों के नाम काटे हैं, जबकि मुस्लिम बहुल सीटों पर नाम कम कटे हैं. ऐसे में बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासी बवाल छिड़ गया है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने राज्य की वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया का कार्य पूरा किया. एसआईआर की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट मंगलवार को जारी कर दी गई है. ड्राफ्ट के अनुसार, मतदाताओं की संख्या 7.66 करोड़ से घटकर 7.08 करोड़ रह गई है, इस प्रकार, बंगाल में 58 लाख 20 हजार 898 वोटरों के नाम हटाए गए हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक, SIR प्रक्रिया के बाद वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने के पीछे मुख्य कारण मतदाता की मृत्यु, स्थायी पलायन, डुप्लीकेशन (दो जगह नाम होना) और गणना फॉर्म जमा न करना शामिल हैं. हालांकि, यह सूची अभी अंतिम नहीं है; अगले चरण में दावों और आपत्तियों के बाद इसमें बदलाव हो सकता है.
बंगाल में एसआईआर के पहले चरण के बाद जो वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट सामने आया है, उसमें जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उसमें ज्यादातर हिंदी बोलने वाले हैं. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक ड्राफ्ट के आंकड़ों का विश्लेषण करते हैं तो पता चलता है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में हिंदी भाषी आबादी ज्यादा है, वहां वोटरों के नाम सबसे ज्यादा कटे हैं जबकि मुस्लिम बहुल इलाके में नाम कम काटे गए हैं.
हिंदी भाषियों के नाम अधिक हटे
बंगाल में एसआईआर के पहले चरण के बाद जो ड्राफ्ट सामने आया है, उसमें हटाए गए नामों में बड़ी संख्या हिंदी भाषियों की है, मीडिया रिपोर्ट्स और आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में हिंदी भाषी आबादी अधिक है, वहां वोटरों के नाम सबसे ज्यादा कटे हैं, जबकि मुस्लिम बहुल इलाकों में नाम कम हटाए गए हैं.
सीटों के अनुसार विवरण:

आरोप है कि उन्नाव रेप केस की नाबालिग पीड़िता को 11 से 20 जून 2017 के बीच कुलदीप सेंगर ने अगवा कर रेप किया. इसके बाद उसे 60 हजार रुपये में बेच दिया गया. बाद में पीड़िता को माखी थाना क्षेत्र से बरामद किया गया. आरोप यह भी है कि पीड़िता को पुलिस अधिकारियों की ओर से लगातार धमकाया गया और सेंगर के निर्देश पर चुप रहने का दबाव बनाया गया. इसके बाद रेप, अपहरण और आपराधिक धमकी सहित पॉक्सो एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार किया गया.

बेंगलुरु में दो गंभीर घटनाएं हुईं जहां पहली में एक लड़की को प्यार का प्रस्ताव अस्वीकार करने पर खुले में हमला किया गया. यह वारदात 22 दिसंबर को ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई जब आरोपी कार से नीचे उतरकर पीड़िता पर हमला कर गया, उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की. पीड़िता की शिकायत पर आरोपित की खोज जारी है. दूसरी घटना में, एक बैंकर की पत्नी को आरोपी बालमुरुगन ने मगाडी रोड के पास सरेआम गोली मारी. घटना के बाद आरोपी ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया.

हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब रुड़की जेल से लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जा रहे कुख्यात अपराधी विनय त्यागी पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी. हमले में विनय त्यागी और पुलिस काफिले के दो कांस्टेबल घायल हो गए. घटना लक्सर फ्लाईओवर के पास हुई. पुलिस ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट ब्रीफिंग में इस ऐतिहासिक फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इस नई परियोजना पर करीब 12,015 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. सरकार के मुताबिक इससे सालाना 33,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड ($CO_2$) उत्सर्जन में कमी आएगी. इससे कर्तव्य भवन और केंद्रीय कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट ब्रीफिंग में इस ऐतिहासिक फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इस नई परियोजना पर करीब 12,015 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. सरकार के मुताबिक इससे सालाना 33,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड ($CO_2$) उत्सर्जन में कमी आएगी. इससे कर्तव्य भवन और केंद्रीय कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा.

उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार में किसी भी तरह के बदलाव की कोई चर्चा नहीं है और प्रियंका गांधी के प्रधानमंत्री पद पर आने की खबरें केवल मीडिया की अटकलें हैं. डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी के फैसले का सम्मान किया जाएगा और किसी भी नाम को लेकर अटकलें नहीं लगानी चाहिए. उन्होंने राहुल गांधी को विपक्ष के नेता और AICC अध्यक्ष के रूप में स्वीकार किया.

ठाणे से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां आवारा कुत्ते के काटने के करीब एक महीने बाद छह साल की बच्ची की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि बच्ची को समय पर इलाज मिला और एंटी-रेबीज के सभी इंजेक्शन भी लगाए गए थे. शुरुआती दिनों में बच्ची स्वस्थ थी. उसने अपना जन्मदिन भी मनाया, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी जान नहीं बच सकी.






