फेसबुक ह्विसिलब्लोअर का ख़ुलासा, कहा- भारत में संघ समर्थित फेक न्यूज़ रोकने में नाकाम कंपनी
The Wire
फेसबुक की पूर्व कर्मचारी फ्रांसेस हौगेन ने हाल ही में कंपनी के भीतर व्याप्त ख़ामियों को लेकर अमेरिका में शिकायत दायर की है, जिसमें विस्तार से बताया गया है कि किस तरह फेसबुक को पता है कि उनके मंच को वैश्विक विभाजन और जातीय हिंसा के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन वे कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
नई दिल्ली: फेसबुक की पूर्व कर्मचारी और ह्विसिलब्लोअर फ्रांसेस हौगेन ने कंपनी के आचरण और इसके अंदर व्याप्त गंभीर खामियों को लेकर हाल ही में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उन्होंने इस संबंध में अमेरिका की प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है.
खास बात ये है कि हौगेन ने अपने शिकायत पत्र में जो साक्ष्य संलग्न किए हैं उसमें भारत से जुड़े फेसबुक दुरुपयोग को लेकर एक लंबी चौड़ी सूची शामिल है और इसमें विशेष रूप से दक्षिणपंथी संगठनों तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नाम सामने आता है.
ह्विसिलब्लोअर ने बताया है कि किस तरह आरएसएस से जुड़े यूजर्स, ग्रुप्स और पेजों द्वारा ‘भय का माहौल बनाने’ वाले कंटेट को फैलाया जाता है.
हौगेन ने कंपनी के आंतरिक दस्तावेजों के हवाले से दर्शाया है कि फेसबुक किस तरह ‘वैश्विक विभाजन और जातीय हिंसा’ को बढ़ावा दे रहा है और ‘राजनीतिक संवेदनशीलता’ के नाम पर ऐसे समूहों (संभवत: आरएसएस से जुड़े ग्रुप्स) के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए या निगरानी नहीं की गई.