
फरार बदमाश पर रखा सिर्फ '50 पैसे' का इनाम, SP का तर्क- अपराधियों को उनकी औकात पता होना चाहिए
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Rajasthan News: इस आदेश के पीछे पुलिस की यह मंशा और दलील है कि बदमाश अपने आप को डॉन नहीं समझें. पुलिस बदमाश और फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए 500 से 100000 और उससे अधिक तक का इनाम भी घोषित करती रही है. लेकिन असल मायने में यह इनाम की राशि कभी भी बदमाशों को पकड़वाने के काम नहीं आती, जबकि बदमाश खुद पर रखे गए इनाम को कई बार देखने में आया कि सोशल मीडिया पर वायरल कर अपना रुतबा दिखाने का काम करते रहे हैं.
Rajasthan News: झुंझुनू पुलिस ने आर्म्स एक्ट में फरार एक बदमाश को पकड़ने पर केवल 50 पैसे का इनाम घोषित किया है. यह इनामी आदेश अब सोशल मीडिया पर खासा चर्चा का विषय बना हुआ है. इस 50 पैसे के इनाम को घोषित करने के पीछे पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई की दलील है कि बदमाश अपने ऊपर रखे इनाम को अपने रुतबे से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल करते हैं जबकि बदमाशों को उनकी असली औकात दिखाने के लिए इस तरह से 50 पैसे का इनाम घोषित किया गया है.
इस आदेश के पीछे पुलिस की यह मंशा और दलील है कि बदमाश अपने आप को डॉन नहीं समझें. पुलिस बदमाश और फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए 500 से 100000 और उससे अधिक तक का इनाम भी घोषित करती रही है. लेकिन असल मायने में यह इनाम की राशि कभी भी बदमाशों को पकड़वाने के काम नहीं आती, जबकि बदमाश खुद पर रखे गए इनाम को कई बार देखने में आया कि सोशल मीडिया पर वायरल कर अपना रुतबा दिखाने का काम करते रहे हैं.
इनाम के नाम पर रुतबा जमाते हैं बदमाश
SP देवेंद्र बिश्नोई का कहना है कि इनाम के चक्कर में कोई भी बदमाश को पकड़ने का काम नहीं करता है. पुलिस का सूचना तंत्र बदमाशों को पकड़ने के काम आता है. लेकिन इस तरह के रखे गए नाम से बदमाश अपना रुतबा जमाने में कामयाब हो जाते हैं, इसलिए पुलिस ने बदमाशों को उनकी औकात बताने के लिए इस तरह की शुरूआत किया ताकि बदमाशों को यह बताया जाए कि उनकी औकात केवल 50 पैसे की है.
50 पैसे से बदमाशों की औकात बताई
अक्सर देखने में आया है कि अपराध जगत में बदमाश अपने ऊपर रखे गए नाम से रुतबा और दबदबा कायम करते रहे हैं. लेकिन अब 50 पैसे के नाम से बदमाश अपना रुतबा काम नहीं कर पाएंगे और समाज में एक संदेश भी दिया जा रहा है कि बदमाशों की औकात नहीं है. समाज निर्भय होकर पुलिस के साथ मिलकर बदमाशों की करगुजारियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस का सहयोग करे और बदमाशों को जेल भिजवाने में अपना सहयोग प्रदान करे.

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