प्रेमी-प्रेमिका ने 6 महीने पहले कर लिया था सुसाइड, घरवालों ने दोनों के पुतले बनवाकर कराई शादी
AajTak
गुजरात के तापी जिले में एक प्रेमी-प्रेमिका ने एक साथ सुसाइड कर लिया था. बताया जा रहा है कि दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन दोनों के परिजनों को रिश्ता मंजूर नहीं था. इसकी वजह से दोनों ने फांसी लगा ली. अब परिजनों ने दोनों का पुतला बनवाया और सात फेरों के साथ शादी की सभी रस्में पूरी कराईं.
गुजरात के तापी जिले में एक अजीब मामला सामने आया है. यहां नेवाला गांव में एक प्रेमी-प्रेमिका का रिश्ता उनके परिवारवालों को मंजूर नहीं था. इसको लेकर उनकी शादी करवाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद छह महीने पहले प्रेमी-प्रेमिका ने एक दूसरे को गले लगाते हुए सुसाइड कर लिया था. इसके बाद आत्महत्या करने वाले लड़के और लड़की का पुतला उनके परिवार के लोगों ने बनवाया और उनके सात फेरे करवाए गए.
दरअसल, गणेश नाम का लड़का अपनी प्रेमिका रंजना से शादी करना चाहता था. गणेश अगस्त 2022 में रंजना को लेकर अपने घर पहुंचा था. उसके परिवार वालों ने रिश्ते से इनकार कर दिया था. इसके बाद दोनों घर से निकल गए और उनकी लाश कुछ घंटों बाद पेड़ पर एक ही रस्सी पर लटकी मिली थी.
रमेशभाई पडवी ने कहा कि परिवारवालों को लगा कि दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे. जो काम उन दोनों के लिए पहले नहीं कर पाए, उसे अब इस तरीके से कर सकते हैं. इसी को लेकर उनकी मौत के बाद दोनों के पुतलों की शादी करवाई है, हमारा मानना है कि इससे उनकी आत्मा को शांति मिलेगी.
इसी को लेकर दोनों के परिवार वालों ने लड़का और लड़की का पुतला तैयार करवाया और शादी तय करके दोनों की बारात निकालने से लेकर शादी की सभी रस्में कराई गईं. यह शादी आदिवासी पंरपरा के मुताबिक करवाई गई.
बच्चों की आत्मा की शांति के लिए कराया है यह अनुष्ठान
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.