'पैसे नहीं हैं, पार्टी करनी है', रतन राजपूत ने बताई ग्लैमर वर्ल्ड की सच्चाई, बोलीं- इसलिए करते हैं सुसाइड
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ग्लैमर वर्ल्ड पर बात करते हुए रतन कहती हैं, यहां लोगों को रेंट देने में दिक्कत है. घर की दिक्कत है, लेकिन हाईक्लास दिखाने के लिए लोन लेकर लोग अपना पूरा लाइफस्टाइल चेंज कर देते हैं, लेकिन कुछ ही सालों के लिए. सोचिए इनके सर पर हाई क्लास सोसायटी का कितना बोझ रहता है.
टेलीविजन एक्ट्रेस राजपूत इन दिनों व्लॉग के जरिए फैंस से लाइफ की अपडेट शेयर करती रहती हैं. नए साल के मौके पर रतन राजपूत ने नया व्लॉग शेयर किया. लेटेस्ट वीडियो में रतन राजपूत ने फैंस से हाई क्लास और लो क्लास लोगों पर बात की. इसके साथ ही उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड की सच्चाई भी बयां की.
रतन राजपूत ने बताई हाई क्लास की सच्चाई रतन राजपूत ने अपने नए वीडियो में हाई क्लास और लो क्लास लोगों का जिक्र किया. रतन कहती हैं कि इंडस्ट्री की जो हालत है उस पर बात करना जरूरी है. कितने ऐसे केसेस हैं, जिनको हम कह देते हैं कि यार सुसाइड नहीं करना चाहिए था. ये स्टेप क्यों ले लिया. बॉस ऐसी ही छोटी-छोटी चीजें, लोगों को हिला कर रख देती हैं.
रतन कहती हैं कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को हाई क्लास माना जाता है. इसी हाई क्लास सोसायटी में गांव के छोटे-छोटे लोग आए और चमकते सितारे बन गए. आगे वो कहती हैं कि सुसाइड सबसे ज्यादा कहां हैं, हाई क्लास सोसायटी में. लो क्लास में मैंने खुलापन देखा है. लड़ लेंगे, पिट लेंगे, लेकिन अपने काम को लेकर फोकस रहेंगे.
इसके बाद रतन ये भी कहती हैं कि उन्हें समझ नहीं आता कि हाई क्लास सोसायटी क्या होती है. मैं पटना, बिहार से हूं, मुंबई की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से हूं. मैंने हर वो लाइफ देखी है, जिसकी लोगों को तमन्ना होती है. मैंने उससे दूर रहकर भी देखा और उसमें रही भी हूं. पर फिर मुझे हाई क्लास जैसी कोई चीज नहीं दिखी. वही चीजें यहां होती हैं, जो कि छोटे-छोटे घरों में होती है. रतन का कहना है कि वो रियल लोगों के साथ कनेक्ट करती हैं, फेक लोगों के साथ नहीं.
इस वजह से होती है सुसाइड ग्लैमर वर्ल्ड पर बात करते हुए रतन कहती हैं, यहां लोगों को रेंट देने में दिक्कत है. घर की दिक्कत है, लेकिन हाईक्लास दिखाने के लिए लोन लेकर लोग अपना पूरा लाइफस्टाइल चेंज कर देते हैं, लेकिन कुछ ही सालों के लिए. सोचिए इनके सर पर हाई क्लास सोसायटी का कितना बोझ रहता है. रतन कहती हैं कि हाई क्लास आप अपनी सोच से होते हैं ना कि महंगी गाड़ियों और ब्राडेंड कपड़ों से.
कई बार सुसाइड भी इस चक्कर में होती है. पैसे नहीं है पार्टी करना है क्यों, क्योंकि मीडियो को दिखाना है कि मैं सच में हाई क्लास से हूं. घर पर भले ही किराये देने का पैसा नहीं है. बड़े-बड़े होटल बुक करते हैं. मैंने ऐसे लोगों को सीधा ऊपर से नीचे गिरकर गायब होते हुए देखा है.