![पुणे पोर्श कांड के बाद एक्शन में कानपुर पुलिस, 2 बच्चों की जान लेने वाले नाबालिग को 6 महीने बाद किया अरेस्ट](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202405/664e9521e2ba0-pune-car-accident-230016434-16x9.jpg)
पुणे पोर्श कांड के बाद एक्शन में कानपुर पुलिस, 2 बच्चों की जान लेने वाले नाबालिग को 6 महीने बाद किया अरेस्ट
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पुणे की घटना पर आम लोगों के गुस्से के बाद कानपुर पुलिस भी एक्शन में आ गई है. पुलिस ने एक्सिडेंट के नाबालिग आरोपी को उसके पहले दुर्घटना मामले में गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को बाल गृह भेज दिया गया है और उसके मामले में कार्रवाई फिर से शुरू हो गई है. पुलिस ने अरोपी के पिता के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.
पुणे पोर्श कांड के बाद यूपी की कानपुर पुलिस भी एक्शन में आई है. यहां एक नाबालिग ने पिछले साल अक्टूबर में दो बच्चों को कुचल दिया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. मामले की जांच भी हुई, लेकिन समझौते के बाद नाबालिग को छोड़ दिया गया. पिछले महीने ही उसने एक अन्य दुर्घटना में चार लोगों को कुचल दिया. पुणे की घटना सुर्खियों में आने के बाद आखिरकार नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि 15 वर्षीय लड़के की लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से पिछले साल दो बच्चों की मौत हो गई थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब उसे बुधवार को हिरासत में लेने के बाद बाल गृह भेज दिया गया है. कहा जा रहा है कि दुर्घटना के दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन बुधवार तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई थी.
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नाबालिग के पिता कानपुर के प्रमुख डॉक्टर
पुणे हिट एंड रन मामले के सुर्खियों में आने के बाद ही कानपुर पुलिस एक्शन में आई और नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया. कहा जा रहा है कि नाबालिग के पिता पर भी दोनों मामलों को लेकर केस दर्ज किया गया है, जो कानपुर में एक प्रमुख डॉक्टर हैं.
मैगी की दुकान में टक्कर से गई थी दो बच्चों की जान
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लगभग 37 लाख की आबादी वाले मणिपुर के इतिहास में कई घटनाएं हुई हैं. लेकिन पिछले 1 साल में मणिपुर में जो हुआ, इसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की होगी. अदालत के एक आदेश के बाद 3 मई 2023 को मणिपुर की घाटी और पहाड़ों में रहने वाले 2 समुदायों के बीच ऐसी जंग छिड़ गई थी, जिसका अभी तक अंत नहीं हो सका है. इंफाल समेत पूरी घाटी में रहने वाले मैतेई बहुल इलाकों और घाटी के चारों तरफ पहाड़ों पर रहने वाले कुकी आदिवासी बहुल इलाकों के बीच एक अनकही खाई बन गई है.
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डीजीपी ने कहा, 'जब आप किसी खतरे या चुनौती के बारे में बात करते हैं तो आप देखते हैं कि यह कितना गंभीर या बड़ा है. चुनौतियां सीमा पार से आ रही हैं और टेरर हैंडलर्स ने तय किया है कि वे इस तरह की आतंकी गतिविधियां को जारी रखेंगे. वे देख रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दिन अब गिनती के रह गए हैं क्योंकि घाटी में आतंकी ढांचे को बड़ा झटका लगा है.'