
पीएम मोदी को रूस समेत इन 14 देशों ने किया सम्मानित, भारत का हाईएस्ट सिविलियन अवॉर्ड कौन सा, कब-कब मिला विदेशियों को?
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मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला. इससे पहले भूटान ने भी उन्हें हाईएस्ट सिविलियन अवॉर्ड दिया था. वैसे भारत भी कई विदेशियों को सर्वोच्च सम्मान दे चुका, जिसमें एक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल है. हाईएस्ट सिविलियन अवॉर्ड आमतौर पर कला, साहित्य, विज्ञान और सेना से जुड़े लोगों को मिलता है, लेकिन राजनेताओं को भी ये मिलता रहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिनों की रूस यात्रा बेहद खास रही. इस दौरान उन्होंने आपसी संबंधों पर निश्चित तौर पर कई डील्स पर बात की होगी. लेकिन एक बात इस दौरे को और खास बनाती है कि मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया. लेकिन सोचने की बात है कि रूस का सिविलियन अवॉर्ड किसी फॉरेन लीडर को क्यों मिला. क्या भारत के पास भी ऐसा कोई अवॉर्ड है.
शुरुआत करते हैं रूस में पीएम को मिले अवॉर्ड से. पुरस्कार का नाम है- ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल. भारत-रूस के बीच रिश्तों को बढ़ावा देने में शानदार योगदान के लिए पीएम मोदी को इससे नवाजा गया. 17वीं सदी से शुरू ये सम्मान रूस का सबसे बड़ा अवॉर्ड है, जो देसी और विदेशी दोनों ही लोगों को मिल सकता है. लेकिन राजनैतिक हस्तियों को ये कम ही मिलता रहा. भारतीय पीएम से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अजरबैजान के पूर्व राष्ट्रपति हैदर अलीयेव और कजाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव को ये मिला है. ये सभी देश रूस के करीबी रहे. नेताओं के अलावा आर्ट-कल्चर में काम करने वालों को ये ज्यादा मिलता रहा.
पीएम मोदी को कितने इंटरनेशनल अवॉर्ड मिल चुके प्रधानमंत्री मोदी को कुछ महीनों पहले भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान- ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से नवाजा गया था. इस देश ने पहले गैर-भूटानी को ये सम्मान दिया. पीएम के तौर पर पहले कार्यकाल से अब तक उन्हें 14 इंटरनेशनल सम्मान मिल चुके. दिलचस्प बात ये है कि सिविलियन अवॉर्ड देने वालों में ज्यादा मुस्लिम-बहुल देश हैं, जैसे यूएई,, अफगानिस्तान, बहरीन और सऊदी अरब.
कोई देश अपने नागरिकों के अलावा विदेशी हस्तियों को ये सम्मान तब देता है, जब बात दो देशों के अच्छे रिश्तों की हो, और संबंधित शख्स ने रिश्ते बनाने में अहम रोल निभाया हो. इसके अलावा कला, विज्ञान या साहित्य में योगदान के लिए हाईएस्ट सिविलियन अवॉर्ड दिया जाता रहा.
पीएम को इन दो देशों के साथ फ्रांस, मिस्र, फिजी, पापुआ न्यू गिनी, पलाऊ, अमेरिका, बहरीन, मालदीव, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन, अफगानिस्तान, सऊदी अरब ने सम्मानित किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.







