
पिता की खातिर 15 साल के अमाल मलिक को संभालना पड़ा घर, झेला 'रिवर्स नेपोटिज्म', बोले- खुश हूं कि...
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अमाल मलिक ने एक बार फिर अपने परिवार द्वारा देखी गई परेशानियों पर बात की. उन्होंने कहा कि वो रिवर्स नेपोटिज्म के शिकार बने. उन्हें और उनके भाई अरमान को कई जगहों से निकाला गया और किसी आउटसाइडर की तरह ट्रीट किया गया.
बॉलीवुड में मलिक परिवार ने भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है. म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक के कंपोज किए गाने 90s में सुपरहिट थे. मगर उनके छोटे भाई डब्बू मलिक अपना उतना बड़ा नाम नहीं बना पाए. इस बात को अमाल मलिक कई बार अपने इंटरव्यूज में दोहरा भी चुके हैं.
अमाल मलिक ने सुनाई अपने परिवार के स्ट्रगल की कहानी
कुछ वक्त पहले अमाल मलिक 'बिग बॉस 19' रियलिटी शो का भी हिस्सा थे. वहां उन्होंने अपनी फैमिली और स्ट्रगल पर बात की. अमाल ने कई बार कहा कि उनके चाचा अनु मलिक ने उनके परिवार की कोई मदद नहीं की. सिंगर ने ये तक कह दिया था कि उनके पिता एक फेलियर हैं. अब अमाल ने एक बार फिर अपने स्ट्रगल और फैमिली में आईं परेशानियों का जिक्र किया है.
स्क्रीन को दिए इंटरव्यू में अमाल ने कहा है कि उन्होंने रिवर्स नेपोटिज्म झेला है. यानी इनसाइडर होने के बावजूद, उनके और भाई अरमान मलिक के साथ आउटसाइडर जैसा बर्ताव किया गया. अमाल ने कहा, 'जब भी बिग बॉस में मेरा नॉमिनेशन होता था, मुझे लगता था कि घर जाकर मम्मी एक जोरदार थप्पड़ मारेंगी, क्योंकि मैंने परिवार की सारी हिस्ट्री, केमिस्ट्री, बायोडाटा, मतलब सारी सच्चाई सबको बता दी. लोग मुझसे सवाल करते थे. मैं सालों से नेपोटिज्म शब्द सुनता आ रहा था, लेकिन हमारे लिए तो उल्टा नेपोटिज्म था.'
'मैं एक स्टूडियो में काम कर रहा था और जैसे ही उन्हें पता चला कि मैं डब्बू मलिक का बेटा हूं, उन्होंने मुझे वहां से निकाल दिया. मैं तो सिर्फ असिस्टेंट था. बहुत बार मौके हाथ से निकल गए. मैं 500 रुपये कन्वेयंस के लिए फिल्मों का डेटा पेन ड्राइव में लेकर घूमा करता था. हमारे मुंह में कभी चांदी का चम्मच नहीं थी और हमारे पापा अनु मलिक नहीं थे. वो तो सफल थे. मेरे पापा ने अपने कुछ साल अच्छा काम किया, लेकिन उन्हें कभी इनविटेशन नहीं मिला, नॉमिनेशन नहीं मिला, कोई पोजीशन नहीं मिली.'
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