
पाकिस्तान की जो थी आखिरी उम्मीद, उस पर अमेरिका ने फेरा पानी
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आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष की कुछ सख्त शर्तों में छूट चाहता है. इसलिए वह आईएमएफ से अनुरोध भी कर रहा है. ऐसे में आईएमएफ में दबदबा रखने वाले अमेरिका ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है.
आर्थिक संकट से निकलने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है. पाकिस्तान की अब उम्मीद की आखिरी किरण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ है. पाकिस्तान लगातार अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बेलआउट प्रोग्राम के तहत कर्ज लेने की कुछ शर्तों में छूट की मांग कर रहा है. ऐसे में आईएमएफ में दबदबा रखने वाले अमेरिका ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान आर्थिक सुधारों के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ता रहे.
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को आईएमएफ की ओर से छूट देने के सवाल पर नेड प्राइस ने कहा कि, अंत में यह आईएमएफ को ही तय करना है कि वह शर्तों में छूट देने के लिए तैयार है या नहीं. नेड प्राइस ने आगे कहा कि, ''हम पाकिस्तान को सुधार की राह पर देखना चाहते हैं. पाकिस्तान के सहयोगी बनना चाहते हैं."
आईएमएफ ने पाकिस्तान की सरकार को खर्च में कटौती, टैक्स और निर्यात में बढ़ोतरी के जरिए राजस्व बढ़ाने के लिए कहा है.
जब भी पाकिस्तान में सुरक्षा, आर्थिक या मानवीय संकट होगा, तब अमेरिका साथ देगा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि, जब-जब पाकिस्तान में सुरक्षा, आर्थिक या मानवीय संकट होगा, अमेरिका उसका हमेशा साथ देगा. नेड प्राइस ने आगे कहा कि पिछले साल पाकिस्तान में आई बाढ़ के बाद से ही अमेरिका लगातार पाकिस्तान के साथ मिलकर इससे उबरने के लिए काम कर रहा है.

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